बारिश से बदला मौसम का मिजाज, रबी फसल के लिए अमृत वर्षा

पश्चिमी विक्षोभ के असर से हुई बारिश, आज भी आसमान में छाए रहेंगे बादल। सुबह से रात तक होती रही रिमझिम बारिश, ठंडी हवा से दिन का तापमान गिरा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 08 Feb 2019 08:14 PM (IST) Updated:Fri, 08 Feb 2019 08:14 PM (IST)
बारिश से बदला मौसम का मिजाज, रबी फसल के लिए अमृत वर्षा
बारिश से बदला मौसम का मिजाज, रबी फसल के लिए अमृत वर्षा

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पश्चिमी विक्षोभ के असर से शुक्रवार की सुबह से बारिश होने लगी। वैसे गुरुवार की रात से ही मौसम में बदलाव हो गया था। देर रात बूंदाबांदी हुई। लेकिन, आज दिन भर वर्षा होती रही। शुक्रवार का अधिकतम तापमान 21.5 सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.9 कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 10.8 रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है।

 मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर बिहार के जिलों में अगले 12-24 घंटे तक वर्षा होगी। अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस रहेगा, वहीं न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। इस अवधि में औसतन 5-10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 9 फरवरी को पुरवा हवा चल सकती है तथा उसके बाद पछुआ हवा चलने की संभावना है। सुबह में नमी 90 से 95 फीसद तथा दोपहर में 55 से 60 फीसद रहने की संभावना है।

रबी फसल के लिए अमृत वर्षा

मौसम वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल सत्तार ने कहा कि शुक्रवार को मौसम विभाग की माने तो 8.2 मिमी बारिश हुई है। पिछले एक सप्ताह से ऐसी ही बारिश का किसानों को इंतजार था। इस बारिश से आम किसानों को फिलहाल गेहूं, मक्का व सब्जियों को जीवन दान मिलेगा। अगले 10 दिनों तक सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह मौसम गन्ने की बुआई के लिए अनुकूल है। जितनी नमी खेतों में होनी चाहिए। इस बारिश से हुई है।

किसानों के लिए सुझाव

रबी मक्का की फसल जिसमें धनबाल एवं मोचा आ गई हो, 50 किलोग्राम नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। इस अवधि में अगले 12-24 घंटों तक वर्षा की संभावना को देखते हुए किसान हल्दी, ओल की तैयार फसलों की खुदाई एवं राई-सरसों की तैयार फसलों की कटाई 10 फरवरी के बाद करें।

मिर्च की फसल में थ्रिप्स कीट की निगरानी करें। इसके कीट सैकड़ों की संख्या में पौधों की पत्तियों की निचली सतह पर छिपे रहते हैं और कभी-कभी उपरी सतह पर भी देखे जा सकते हैं।

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