JNUSU के पूर्व अध्‍यक्ष कन्हैया को पश्चिम चंपारण में सभा करने की नहीं मिली इजाजत, जानें कारण

गुरूवार को संविधान बचाओ देश बचाओ सत्याग्रह यात्रा के शुभारंभ के लिए होनी थी नेता कन्हैया की सभा। देर शाम डीएम ने सभा के लिए अनुमति आवेदन को किया खारिज। जानिए क्या है वजह...

By Murari KumarEdited By: Publish:Wed, 29 Jan 2020 08:12 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 10:38 PM (IST)
JNUSU के पूर्व अध्‍यक्ष कन्हैया को पश्चिम चंपारण में सभा करने की नहीं मिली इजाजत, जानें कारण
JNUSU के पूर्व अध्‍यक्ष कन्हैया को पश्चिम चंपारण में सभा करने की नहीं मिली इजाजत, जानें कारण

पटना/ पश्चिम चंपारण, जेएनएन। जवाहर लाल नेहरू विश्‍वविद्यालय के रह चुके स्‍टूडेंट लीडर व वाम दल के युवा नेता कन्‍हैया कुमार को बिहार के पश्चिमी चंपारण में सभा करने की इजाजत नहीं मिली है। पश्चिमी चंपारण से कन्‍हैया पदयात्रा शुरू करनेवाले हैं। यह पदयात्रा गुरुवार से शुरू होगी, जो माह भर चलेगी। इसकी शुरुआत औपचारिक तौर पर बुधवार को पटना के गांधी मैदान से हो गई है। लेकिन इसकी विधिवत शुरुआत पश्चिमी चंपारण से महात्‍मा गांधी के शहादत दिवस पर होगी। इसी को लेकर कन्‍हैया की वहां सभा होने वाली थी।  

दरअसल, संविधान बचाओ, देश बचाओ सत्याग्रह यात्रा का शुभारंभ करने वाम नेता कन्हैया कुमार गुरुवार को भितिहरवा आश्रम पहुंचेंगे। इसकी तैयारी वाम दलों की ओर से चल रही थी, अचानक देर शाम में डीएम ने सभा की अनुमति के लिए दी गयी अर्जी को खारिज कर दिया। इससे आयोजकों को काफी मायूसी मिली है। 

वहीं, इस बाबत डीएम डाॅ. निलेश रामचंद्र देवरे ने बताया कि हवाई अड्डा परिसर में मंच निर्माण, बैरिकेडिंग का कार्य पूर्ण नहीं है। अब वक्त भी नहीं है, भीड़ अधिक होगी। इस वजह से वहां सभा करना उचित नहीं होगा। उधर, माकपा के ओम प्रकाश क्रांति ने प्रशासन पर लोकतांत्रिक अधिकार का हनन करने का आरोप लगाया है। 

पश्चिमी चंपारण के लिए रवाना होने से पहले कन्‍हैया कुमार ने पटना के गांधी मैदान में मीडिया से खुलकर बात की तथा मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर भी करारा प्रहार किया। उन्‍होंने नीतीश सरकार से मांग की है कि सीएए के खिलाफ सरकार विधानसभा में प्रस्ताव पारित करे। केरल, पंजाब, बंगाल की तर्ज पर बिहार में प्रस्ताव पास हो। बता दें‍ कि कन्‍हैया कुमार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्‍ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी), राष्‍ट्रीय जनसंख्‍या पंजी (एनआरपी) के विरोध में एक माह तक बिहार में पदयात्रा पर रहेंगे।   

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