पति ने दिया Triple talaq, ससुर से शिकायत की तो मिला ऐसा जवाब कि पीडि़ता के पैरों तले खिसकी जमीन, जानें पूरा मामला

Triple talaq ससुर ने कहा- छोटे बेटे से करा लो हलाला तो दोबारा हो जाएगा निकाह। थाने में जब नहीं सुनी गई पीडि़ता की फरियाद तो पहुंची न्यायालय।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Jan 2020 11:33 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jan 2020 11:33 AM (IST)
पति ने दिया Triple talaq, ससुर से शिकायत की तो मिला ऐसा जवाब कि पीडि़ता के पैरों तले खिसकी जमीन, जानें पूरा मामला
पति ने दिया Triple talaq, ससुर से शिकायत की तो मिला ऐसा जवाब कि पीडि़ता के पैरों तले खिसकी जमीन, जानें पूरा मामला

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। दहेज में दो लाख रुपये नकद नहीं देने से नाराज पति ने ससुराल पहुंचकर पत्नी को सरेआम तलाक दे दिया। मामला जिले के साठी थाने के साठी धर्मपुर गांव का है। पीडि़ता ने इसकी शिकायत स्थानीय थाने में की। पुलिस ने इसपर कोई सुनवाई नहीं की तो पीडि़ता ने शुक्रवार को न्यायालय में परिवाद दायर कर दिया।

मामला एसीजेएम न्यायालय में स्थानांतरित

पीडि़ता स्व. नुरदीन देवान की पुत्री शहनाज खातून उर्फ सहबाज खातून ने प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन झा के न्यायालय में तीन तलाक के खिलाफ पति शमशाद आलम, ससुर उसमान देवान, सास मजरूल नेशा, देवर इरशाद आलम तथा दूसरी पत्नी रबेया खातून के खिलाफ परिवाद दायर किया है। प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने परिवाद को जांच के लिए एसीजेएम पंकज पांडेय के न्यायालय में स्थानांतरित किया है। मामले की अगली सुनवाई 5 फरवरी को होनी है।

दहेज के लिए प्रताड़ना

दायर परिवाद में पीडि़ता ने बताया है कि उसका निकाह कंगली थाने के भिड़हरवा निवासी इस्लाम देवान के पुत्र शहजाद आलम के साथ हुआ था। वह एक साल ससुराल में ठीक ठाक रही। बाद में दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाने लगा। आरोपितों ने 2 फरवरी 17 को मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। पीडि़ता मायके आकर रहने लगी।

पति ने कर ली दूसरी शादी

विवाहिता के पति ने इस दौरान दूसरी शादी भी कर ली और विदेश चला गया। पीडि़ता इस इंतजार में मायके में थी कि पति आएगा तो ससुराल जाएगी। अचानक बीते 19 दिसंबर को आरोपी शमशाद आलम पीडि़ता के मायके पहुंचा और गुस्से में तलाक दे दिया। जब विवाहिता ने इसकी शिकायत अपने ससुर से की तो उसने कहा कि मेरे छोटे बेटे इरशाद आलम से हलाला कर लो तो फिर दोबारा निकाह करा देंगे। इस जवाब ने पीडि़तो को अंदर तक झकझोर दिया। उसने न्याय के लिए लड़ने का निश्चय किया। इसकी शिकायत थाने में की, लेकिन वहां भी फरियाद नहीं सुनी गई। 

chat bot
आपका साथी