युवा सांसद बनने को कठिन प्रक्रियाओं से गुजर सौ युवा चयनित

24 जनवरी को जिला स्तर पर फाइनल मुकाबला, युवाओं में जबरदस्त उत्साह। राष्ट्रीय युवा संसद के तीन सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं को प्रधानमंत्री करेंगे पुरस्कृत।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Jan 2019 11:24 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jan 2019 12:30 PM (IST)
युवा सांसद बनने को कठिन प्रक्रियाओं से गुजर सौ युवा चयनित
युवा सांसद बनने को कठिन प्रक्रियाओं से गुजर सौ युवा चयनित

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नीतीश्वर सिंह महाविद्यालय में युवा संसद उत्सव के लिए दो दिनों से चल रही चयन प्रक्रिया शनिवार को पूरी कर ली गई। कठिन प्रक्रिया के बाद इंटरव्यू तक पहुंचे युवाओं का चयन किया गया। करीब सवा दो सौ में से सौ चुनिंदा युवाओं को 24 जनवरी को होने वाले जिलास्तरीय युवा संसद कार्यक्रम के लिए चुना गया।

 इनकी आवाज, विचार व सुझावों से ये रिवायत मजबूत और ज्यादा जीवंत होगी। जिला युवा संसद में सबसे अधिक अंक लाने वाला युवा, प्रतिनिधि के तौर पर राष्ट्रीय युवा संसद में हिस्सा लेगा। राष्ट्रीय युवा संसद के तीन सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं को प्रधानमंत्री द्वारा 2 लाख, 1.50 लाख और 1 लाख रुपये की राशि से पुरस्कृत किया जाएगा।

प्रतिभागियों को ये दिए गए टॉपिक

सोनाली सिंह, रोमिता श्रीवास्तव, सुप्रिया सोरेन, केशव कुमार अभेद आनंद, राजा बाबू ने बताया कि प्रतियोगिता को लेकर उनमें जबरदस्त उत्साह है। हमसे विभिन्न विषयों- डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, नमामि गंगे, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, भ्रष्टाचार, खेलकूद, युवा नेतृत्व टॉपिक पर विचार लिए गए।

नोडल अफसर डॉ. रंजना के नेतृत्व में हुआ आयोजन

नीतीश्वर महाविद्यालय को युवा संसद के लिए नोडल संस्था चुना गया है। एनएसएस की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ.रंजना सिन्हा इसकी नोडल अफसर हैं। उनकी देखरेख में चयन प्रतियोगिता हुई। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों के चयन के लिए निर्णायक मंडली में डॉ. अरुण कुमार सिंह, डॉ.गजेंद्र कुमार सिंह, डॉ.निखिल रंजन प्रकाश, प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार, डॉ. वीरेंद्र कुमार चौधरी व नेहरू युवा केंद्र के अंजीम अंसारी, डॉ.रेणु बाला, डॉ.अनुराधा सिंह शामिल थीं।

...तो इसलिए हो रही प्रतियोगिता, ये है थीम

नोडल अफसर डॉ. रंजना ने बताया कि नए भारत की आवाज बनो, उपाय ढूंढो और नीति में योगदान करो की थीम पर यह प्रतियोगिता है। इसमें हिस्सा लेने के लिए 18 से 25 वर्ष के युवाओं को आमंत्रित किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि इस आयु वर्ग के युवाओं की आवाज को सुना जा सके जिन्हें मतदान करने का अधिकार तो है, लेकिन चुनाव लडऩे का नहीं।

 राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव युवाओं को प्रोत्साहित करेगी कि वे जनता के मुद्दों से जुड़ें, आम आदमी के नजरिए को समझें, इस पर अपनी राय बनाएं और स्पष्ट ढंग से उसे अभिव्यक्त करें। नए भारत के सपने पर प्रासंगिक और प्रभावी आवाज को पहचाना जाएगा और उनका दस्तावेजीकरण किया जाएगा। ताकि उन्हें आगे ले जाने के लिए नीति निर्माताओं और कार्यान्वयनकर्ताओं के समक्ष उपलब्ध कराया जा सके।

chat bot
आपका साथी