बालिका गृह मामला : सबने कहा, सेवा संकल्प व विकास समिति की संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं

बालिका गृह कांड में जिला समाहर्ता सह जिला दंडाधिकारी मो.सोहैल के कोर्ट में सेवा संकल्प की संपत्ति को जब्त करने को चलाए जा रहे अधिहरण वाद की शनिवार को सुनवाई हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 09:00 AM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 09:00 AM (IST)
बालिका गृह मामला : सबने कहा, सेवा संकल्प व विकास समिति की संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं
बालिका गृह मामला : सबने कहा, सेवा संकल्प व विकास समिति की संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं

मुजफ्फरपुर। बालिका गृह संचालित करने वाली संस्था सेवा संकल्प एवं विकास समिति व उससे जुड़े लोगों ने इसकी कोई भी संपत्ति उनकी होने से इन्कार कर दिया है। समिति के सदस्य व ब्रजेश ठाकुर की पत्‍‌नी आशा की ओर से भी एक आल्टो कार पर मालिकाना हक जताया गया। अन्य वाहनों से उन्होंने अपना कोई सरोकार नहीं होने की बात बताई। जिला समाहर्ता सह जिला दंडाधिकारी मो.सोहैल के कोर्ट में सेवा संकल्प की संपत्ति को जब्त करने को चलाए जा रहे अधिहरण वाद की शनिवार को सुनवाई हुई। इस दौरान संपत्ति के नामित लोगों की ओर से कोर्ट में साफ-साफ कहा कि इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। इधर, ब्रजेश ठाकुर के चार मंजिला भवन को ध्वस्त करने के लिए नगर निगम में संबंधित लोगों ने अपना पक्ष रखा। इसे लेकर काफी गहमागहमी रही।

भारी फर्जीवाड़ा उजागर होने की संभावना, ब्रजेश पर हो सकता अलग से केस : सुनवाई के दौरान जिला परिवहन पदाधिकारी डीटीओ व रजिस्ट्रार संजय ग्वालिया भी मौजूद थे। गाड़ियों व जमीन एवं भवन संपत्ति के सत्यापन के दौरान भारी फर्जीवाड़ा उजागर होने की बात सामने आई है। इसको लेकर ब्रजेश के खिलाफ अलग से केस दायर हो सकता है।

चचेरे भाई ने कहा- उसे न तो जमीन गिफ्ट की गई और न ही लीज पर दिया :कोर्ट में ब्रजेश ठाकुर के चचेरे भाई व सेवा संकल्प के सचिव रमेश कुमार की ओर से उसके अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा मौजूद हुए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में उनके नाम से 12 धूर जमीन गिफ्ट में व 2006 में यह जमीन व इस पर बने भवन को लीज पर लिया गया दिखाया गया है। इसी भवन में बालिका गृह संचालित हो रहा था। इस जमीन व भवन से उसे कोई सरोकार नहीं है। उसे न तो गिफ्ट किया गया और न ही उसने किसी को लीज पर दिया। समिति के सचिव बनाए जाने की कोई जानकारी भी उसे नहीं है। वे 2001 से दिल्ली में रहकर प्राइवेट फर्म में नौकरी कर रहे हैं। घर भी यदा-कदा आते हैं। उन्हें बालिका गृह व सेवा संकल्प व विकास समिति से कोई लेना-देना नहीं है। इस संबंध में दिल्ली में उससे सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है।

संजय कुमार सिंह ने कहा- कुढ़नी की जमीन व मकान से उसका कोई सरोकार नहीं : समिति के तथाकथित अध्यक्ष मुशहरी थाना के रोहुआ निवासी संजय कुमार सिंह ने जिलाधिकारी के कोर्ट में कहा कि कुढ़नी स्थित जमीन व मकान उसका नहीं है। रजिस्ट्री के दस्तावेज पर उसका हस्ताक्षर व फोटो नहीं मिल सका।

ब्रजेश की पत्‍‌नी ने कहा सिर्फ आल्टो कार ही उसकी : सुनवाई के दौरान ब्रजेश की पत्नी आशा की ओर से उसके अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा मौजूद हुए। उन्होंने मात्र एक आल्टो कार पर ही उनका मालिकाना हक बताया। समिति से जुड़ी अन्य गाड़ियों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। समिति की सदस्य साहु रोड निवासी संजीता कुमारी की ओर से कहा गया कि उसके पास कोई गाड़ी नहीं है। कोर्ट ने उसे इस संबंध में शपथ पत्र दाखिल करने का आदेश दिया है।

30 गाड़ियां की गई थी चिह्नित : कोर्ट से जारी नोटिस में सेवा संकल्प व विकास समिति से जुड़ी 30 गाड़ियों को चिह्नित किया था। इसमें मुन्ना कुमार के नाम से कई गाड़ियां निबंधित हैं। हालांकि इसके पिता के नाम में सुरेश प्रसाद अंकित है। इसके सरनेम में कहीं साह तो कहीं राय, गुप्ता व चौधरी अंकित है। इसी तरह गुप्ता, सिंह व देवी सरनेम से संगीता के नाम से भी कई गाड़ियां हैं।

इन लोगों को दिया गया था नोटिस : अधिहरण वाद की सुनवाई को लेकर समाहर्ता सह जिला दंडाधिकारी की ओर से एक नवंबर को सेवा संकल्प व विकास समिति से जुड़े सात लोगों को नोटिस दी गई थी। इसमें समिति के अध्यक्ष रोहुआ के संजय कुमार सिंह, सचिव सकरा थाना के पचदही निवासी रमेश कुमार, कोषाध्यक्ष कांटी थाना के असनगर निवासी प्रयागनाथ तिवारी, सदस्य नगर थाना के रघुवंश रोड निवासी किरण पोद्दार, सदस्य साहु रोड की संजीता कुमारी, ब्रजेश ठाकुर की पत्‍‌नी और सदस्य आशा व सदस्य काजी मोहम्मदपुर निवासी संगीता सुभाषिणी शामिल हैं। इन सभी को दस नवंबर को होने वाली सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी के कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया था। इस नोटिस को सेवा संकल्प व विकास समिति के कार्यालय भवन पर चस्पा किया गया था।

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