Darbhanga News: माइकिंग के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने पर चार दर्जन अस्थाई ढांचे ध्वस्त, सड़क पर उतरे लोग

Darbhanga शहरी क्षेत्र में माइकिंग के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने के बाद बुधवार की देर रात हराही तालाब से आयकर चौराहा तक नाला पर बने अवैध ढांचों को प्रशासनिक स्तर पर गिराया गया। अतिक्रमण हटाए जाने के बाद अतिक्रमणकारियों के साथ सड़क पर उतरे स्थानीय लोग।

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 11 Mar 2021 01:42 PM (IST) Updated:Thu, 11 Mar 2021 01:42 PM (IST)
Darbhanga News: माइकिंग के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने पर चार दर्जन अस्थाई ढांचे ध्वस्त, सड़क पर उतरे लोग
अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हटाया गया अस्थाई ढांचा।

दरभंगा, जागरण संवाददाता। शहरी क्षेत्र के बड़े नालों पर सालों से कायम अतिक्रमण हटाने के लिए कराई गई माइकिंग के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने के बाद नगर निगम प्रशासन ने बुधवार की देर रात चार दर्जन से अधिक अस्थाई ढांचे को हटा दिया। पुलिस की मौजूदगी में हराही तालाब से आयकर चौराहा तक सड़क के एक ओर अभियान चलाकर इसे खाली कराया गया। अस्थाई ढांचा में संचालित दुकानें हटाने को लेकर गुरुवार को पूर्व पार्षद गगन कुमार झा की उपस्थिति में स्थानीय लोगों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि नगर निगम प्रशासन ने जबरन लोगों की दुकानों पर बुलडोजर चलवाया है।

कहा- यह तानाशाही रवैया है। यदि जगह को खाली कराना था तो पूर्व में इसकी सूचना देनी चाहिए थी। रात के वक्त बुलडोलर चलाने का क्या औचित्य था। इधर, पूर्व पार्षद गगन झा ने कहा कि नगर निगम प्रशासन ने बिना पूर्व सूचना के नगर आयुक्त की मौजूदगी में गरीब लोगों की झोपड़ियों पर बुलडोजर चलवाया है। इसमें कई महिलाएं घायल हुई हैं। हम जिला प्रशासन से मांग करते है कि नगर आयुक्त स्वयं लोगों के बीच आकर माफी मांगे। जिनका नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दें। इधर, हंगामें को लेकर विवि थाना की पुलिस दल-बल के साथ मौजूद थी।

इधर, उप नगर आयुक्त कमलनाथ झा ने बताया कि यह आरोप बेबुनियाद है। देर रात एक-एक दुकानों को चेक किया गया। इसके बाद इसे हटाया गया। बताया कि बड़े नाला पर वर्षों से जबरन अतिक्रमण किया गया है। इसके कारण नाले की सफाई नहीं हो पाती है। नाला जाम रहने से पानी का प्रवाह अवरूद्ध होता है। इससे शहरी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या व्याप्त रहती है। कई बार इनलोगों को नोटिस दिया गया। लेकिन, अतिक्रमण को इनलोगों ने खाली नहीं किया।

 नगर निगम प्रशासन का यह उद्देश्य नहीं है कि लोगों से उनका रोजगार छीना जाए। बल्कि सरकार की योजना के तहत ऐसे फुटपाथी दुकानदारों को नगर निगम की ओर से दस हजार रुपया का ऋण मुहैया कराया जा रहा है। ताकि, उन्हीं स्थानों पर चलंत ठेला लगाकर अपना जीवन-यापन कर सके। शहरवासियों से अपील करते है कि जिन लोगों ने बड़ेे-बड़े नालों पर अस्थाई झोपड़ियां खड़ी की है, उसे खाली कर दे। शहर को स्वच्छ व सुंदर रखने में नगर निगम प्रशासन को अपना सहयोग दें।

 इस बारे में दरभंगा नगर निगम के नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा कि शहर में नाला व अन्य सरकारी भू-खंड से अतिक्रमण हटाने को लेकर लगातार माइकिंग की जा रही है। लेकिन, लोग अतिक्रमण को खाली नहीं कर रहे थे। ऐसे में अस्थाई ढांचे को हटाया गया। जेसीबी चलाते वक्त सभी दुकानों को चेक किया गया था। कहीं भी कोई दावेदार नहीं मिला। हराही के पास नाला किनारे पाइप और चदरा देकर दुकान तैयार किया जा रहा था। इसे भी हटाया गया है। अभियान लगातार चलेगा। लोगों को स्वत: अतिक्रमण हटा लेना चाहिए। ताकि, राष्ट्रीय स्तर पर चल रही स्वच्छता रैंकिंग में शहर को बेहतर स्थान मिले।

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