Bihar Elections 2020 : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस का दावा, सरकारी योजनाओं लागू होने के बाद देश के अन्य हिस्सों से लोग नौकरी के लिए आएंगे बिहार
Bihar Elections 2020 मधुबनी सीट से वीआइपी के प्रत्याशी के समर्थन में की चुनावी सभा। कहा-नीतीश के नेतृत्व में बिहार में हुआ परिवर्तन और होगा बदलाव। तेजी से होगी रोजगार की व्यवस्था। किसी को भी नहीं होगी परेशानी।
मधुबनी, जेएनएन। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बिहार के युवाओं को नौकरी ढूंढने के लिए देश के किसी भी हिस्से में जाना नहीं पड़ेगा, बल्कि देशभर के लोग बिहार में नौकरी के लिए आएंगे। इसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार बिहार में उच्च शिक्षा संस्थानों को धरातल पर उतारने में लगी है। यह चुनाव राज्य के युवाओं के जीवन का फैसला करने वाला चुनाव है। बिहार के भविष्य का फैसला होने वाला है। वे मधुबनी विधानसभा से वीआइपी के प्रत्याशी सुमन महासेठ के समर्थन में शहर की तिरहुत कॉलोनी में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बिहार और बदलेगा। भारत के साथ बिहार भी आत्मनिर्भर होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में परिवर्तन हुआ है। कहा कि 15 वर्ष के लालू राज ने बिहार को 50 साल पीछे धकेल दिया। 15 वर्षोंं के एनडीए सरकार में बिहार में व्यापक स्तर पर परिवर्तन हुआ है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गरीबों के साथ न्याय शुरू हुआ। कोरोना काल में गरीबों के घर अनाज, रसोई गैस और उनके बैंक अकाउंट में राशि पहुंचाई गई। कोरोना काल में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा गरीबों के लिए उठाए गए कदम की सराहना संयुक्त राष्ट्र संघ में भी की गई है।
अब लालटेन की जरूरत नहीं, इसे तालाब में डाल दें : मंगल पांडेय
सभा को संबोधित करते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अब लालटेन की जरूरत नहीं है। लालटेन को यहां के तालाबों में डाल देना चाहिए। कहा कि राजद ने अपने परिवार और संपत्ति कमाने की राजनीति की है। वर्ष 2005 के पहले बिहार की कल्पना कीजिए। कांग्रेस पार्टी को मिथिलांचल के विकास की ङ्क्षचता नहीं थी। तीन वर्षों में राज्य में तीन हजार डॉक्टरों और 14 हजार नर्स की बहाली की गई है। मोदी-नीतीश के पक्ष में जनता ने हमेशा समर्थन दिया है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मैथिली को अष्टम सूची में शामिल कर मैथिली को सम्मान दिया गया।