Ramadan : घरों पर ही परिवार के साथ रमजान का पहला इफ्तार, फजिर की नमाज भी घरों पर ही अदा की

Ramadan लॉकडाउन को लेकर मस्जिदों में नहीं हुआ सामूहिक इफ्तार। शाम को आजान की सदा आते ही सबने पहले अल्लाह का अदा किया शुक्र।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Apr 2020 08:49 AM (IST) Updated:Sun, 26 Apr 2020 08:49 AM (IST)
Ramadan : घरों पर ही परिवार के साथ रमजान का पहला इफ्तार, फजिर की नमाज भी घरों पर ही अदा की
Ramadan : घरों पर ही परिवार के साथ रमजान का पहला इफ्तार, फजिर की नमाज भी घरों पर ही अदा की

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। रमजान के पहले रोजे का इफ्तार घरों पर ही परिवार के संग रोजेदारों ने किया। लॉकडाउन से मस्जिदों में सामूहिक इफ्तार नहीं हुआ। वहीं दुकानें बंद रहने से भी वहां भी सामूहिक इफ्तार नहीं हुआ। इससे पहले अलसुबह लोगों ने सहरी खाकर रोजे की नीयत की। फजिर की नमाज भी घरों पर ही अदा की गई। मुस्लिम घरों में सुबह से ही रमजान को लेकर माहौल बदला-बदला रहा। महिलाएं घर के काम निपटाने के बाद किचन में इफ्तार की तैयारी में जुटी रहीं। शाम को आजान की सदा आते ही सबने पहले अल्लाह का शुक्र अदा कर इफ्तार किया।

पति का किचन में मिला साथ

अमूमन इफ्तार के लिए तरह-तरह के पकवान बनाने की जिम्मेदारी महिलाओं की होती थी। इस बार लॉकडाउन से पुरुष भी घर पर हैं तो उन्होंने भी उनकी मदद की। बच्चों ने भी घर के काम में हाथ बंटाया। पति का साथ मिला तो उनके काम का बोझ हलका हो गया। इफ्तार तैयार होने के बाद उसे दस्तरख्वान पर सजाने में भी पति ने मदद की। इससे महिलाओं को काफी राहत मिली। परिवार का साथ मिला तो काम का बोझ कम हो गया।  

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