Bihar-Nepal Tension: नेपाल की आपत्ति से तटबंध निर्माण अधूरा, बिहार में बाढ़ को लेकर सहमे ग्रामीण

India-Nepal Border Tension नो मेंस लैंड पर निर्माण बताते हुए एक माह पहले रोक दिया था काम। दहशत में ढाका प्रखंड के लोग सुरक्षा को लेकर बढ़ाई गई गश्त।

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 25 Jun 2020 09:50 PM (IST) Updated:Thu, 25 Jun 2020 10:53 PM (IST)
Bihar-Nepal Tension: नेपाल की आपत्ति से तटबंध निर्माण अधूरा, बिहार में बाढ़ को लेकर सहमे ग्रामीण
Bihar-Nepal Tension: नेपाल की आपत्ति से तटबंध निर्माण अधूरा, बिहार में बाढ़ को लेकर सहमे ग्रामीण

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। हाल के दिनों में नेपाल सरकार भारतीय सीमा क्षेत्र को लेकर बेवजह विवाद खड़े कर रही है। सीमा क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड में भी यही हाल है। यहां के लालबकेया नदी के गुआबारी तटबंध का निर्माण कार्य 25 मई को नेपाल की ओर से रोकने के बाद से लोग बाढ़ को लेकर डरे हुए हैं। तमाम प्रशासनिक कवायद के बाद भी बांध पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। पिलर संख्या 346/5 के समीप लगभग आधा किलोमीटर में गुआबारी बांध पर निर्माण कार्य बाधित है। 

गुआबारी गांव के विनोद महतो, बलुआ के राजेश राम, मुखिया हजीजा खातून और भवानीपुर के सबीर अंसारी का कहना है कि यहां सालों से बांध है। पहले नेपाल को आपत्ति नहीं थी। इधर, इस तरह का मामला उठाया जा रहा। प्रशासन अविलंब इस दिशा में कार्रवाई कर बांध का निर्माण कराए। क्योंकि, यदि बाढ़ आई तो दर्जनों गांवों में तबाही मच सकती है। 

 नेपाल ने गुआबारी बांध को नो मेंस लैंड बताकर निर्माण कार्य रोक दिया था। इसे लेकर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है। डीएम सोमवार को बांध का निरीक्षण करने भी पहुंचे थे। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बांध का जायजा लिया था। एसपी ने बताया कि सरकार की ओर से दिशा-निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल सुरक्षा कारणों से गश्त बढ़ा दी गई है। 

अनुमंडल पदाधिकारी, सिकरहना ज्ञान प्रकाश का कहना है कि तटबंध का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जिस पांच सौ मीटर में निर्माण कार्य रोका गया है, वहां भी आंशिक कार्य शेष है। नेपाल ने करीब एक माह  पहले उसे नो मेंस लैंड बताते हुए निर्माण कार्य रोक रखा है। भारतीय सर्वेक्षण विभाग देहरादून को भूमि के सर्वेक्षण लिए जिलाधिकारी के स्तर से पत्र लिखा गया है। 

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