27 दिनों से लापता बिस्कुट कारोबारी का फंदे से लटकता मिला शव
काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के माड़ीपुर बक्शी कॉलोनी में 27 दिनों से लापता बिस्कुट कारोबारी का शव कुलसुम खातून के खंडहर हो चुके खाली पड़े मकान फंदे से लटकता हुआ मिला। शव बहुत बुरी हालत में था।
मुजफ्फरपुर : काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के माड़ीपुर बक्शी कॉलोनी में 27 दिनों से लापता बिस्कुट कारोबारी का शव कुलसुम खातून के खंडहर हो चुके खाली पड़े मकान फंदे से लटकता हुआ मिला। शव बहुत बुरी हालत में था। सड़ जा़ने के कारण उससे तेज दुर्गध आ रही थी। स्थानीय लोगों ने चप्पल और जैकेट से मृतक की पहचान उसी मोहल्ले के मो. इरफान (56) के रूप में की। इरफान पहले रिक्शा चलाया करते थे। मूल रूप से वह वैशाली जिले के देसरी के रहने वाले थे।
सूचना मिलने पर काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष मो. फारुक हुसैन अंसारी, एएसआइ अजीत वर्मा मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम के लिए शव भेजा।
बतरते हैं कि जिस मकान में शव मिला है वहीं पूर्व में मृतक परिवार के साथ किराए पर रहते थे।
मृतक की पत्नी रौशन खातून ने बताया कि उनके पति की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। 17 दिसंबर को वे अचानक लापता हो गए थे। काफी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं लगा। फिर उन्होंने पति की दिमागी हालत ठीक नहीं होने की बात बताते गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया था। उन्होंने मुंबई में काम कर रहे पुत्र बंटी को भी घटना की सूचना दी थी। जिसके बाद उसने भी घर आकर कई दिनों तक पिता की खोजबीन की। कहीं से जानकारी नहीं मिलने पर मंगलवार को वह मुंबई लौट रहा था। रास्ते में उसे पिता का शव मिलने की सूचना मिली, तब वह लौटकर आया।
लापता मामले में सनहा दर्ज करने से पुलिस कठघरे में है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा कि 24 घंटे के भीतर अगर लापता व्यक्ति का सुराग नहीं मिलता है तो अपहरण की साधारण धारा में प्राथमिकी दर्ज करने का प्रावधान है। लेकिन, इस घटना में चूक किस स्तर से हुई है इसका पता किया जा रहा है। वहीं थानाध्यक्ष की मानें तो प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है।