एक-दूसरे को बचाने में चली गई चारों की जान, चीत्कार से कोहराम

मधुबन कांटी में जहरीली गैस से चार लोगों की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Sep 2019 02:13 AM (IST) Updated:Thu, 12 Sep 2019 06:28 AM (IST)
एक-दूसरे को बचाने में चली गई चारों की जान, चीत्कार से कोहराम
एक-दूसरे को बचाने में चली गई चारों की जान, चीत्कार से कोहराम

मुजफ्फरपुर। तकदीर का खेल और भगवान की मर्जी के सामने आदमी विवश है। अपनी आंखों के सामने परिजनों को मरते नहीं देख सकता, चाहे उसकी जान बचाने में खुद की जान क्यों न चली जाए। ऐसा ही हादसा मधुबन कांटी में मंगलवार को हुआ जहां अपने पिता की जान बचाने के लिए पुत्र ने जान दे दी। वहीं उन दोनों को जान बचाने के लिए चाचा और चचेरे भाई ने भी जान गंवा दी। सुबह सात बजे परिवार में खुशी का माहौल था। लेकिन शौचालय के ढक्कन को खोलने और उसके अंदर लगाए गए निर्माण में लकड़ी की सेंट्रिंग खोलने को उसके अंदर प्रवेश करते ही एक के बाद एक कर चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मधुसूदन का पुत्र कौशल कुमार, उसके बाद चचेरा भाई वीरकुवंर सहनी व धर्मेद्र सहनी एक के बाद एक टंकी में घुसते चले गए जहां सभी की मौत हो गई। सूचना आसपास के लोगों को मिलते ही ग्रामीणों ने हथौड़े से शौचालय की टंकी की दीवार तोड़कर सभी को बाहर निकाला। तबतक मौत हो चुकी थी।

चीत्कार से पूरे इलाके में कोहराम : मौत के बाद पूरे इलाके में चीख पुकार मच गई। चीत्कार से पूरा इलाके में कोहराम मच गया। पिता कासाया उठ जाने से मधुसूदन सहनी के परिवार का बुरा हाल हो गया है। मृतक की पत्‍‌नी मायावती देवी ने रोते-बिलखते बताया के मेरे पास चार लड़का और एक लड़की है। सिर्फ लड़की प्रियंका देवी की शादी की है। कौशल जो अपने पिता के बचाने में मर गया है। वह भी पढ़ाई कर रहा था। उसके बाद तीन और लड़का विकास कुमार, अजित कुमार व सुजीत कुमार तीनों बच्चे अभी पढ़ाई कर रहे हैं।

अब कहां से आई पढ़ाई का खर्चा : अब कहां से पढ़ाई के खर्चा आई। मृतक वीरकुवंर सहनी की पत्नी का भी रो-रोकर हाल बुरा हाल था। उसके भी चार बच्चे हैं दो लड़का और दो लड़की है। ये सभी चीत्कार मारकर बोल रही थी केकरा कहवे पापा ..। पति के शव की ओर दौड़ते हुए भाग रही थी धर्मेद्र सहनी की पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थी। ग्रामीणों ने बताया इस घटना से पीड़ित परिवार रोड पर आ गए। किसी का कोई सहारा नहीं है। ग्रामीण व राजद नेता उमाशकर सहनी ने इस घटना पर दुख जताया। कहा कि इस परिवार की किस्मत ही दुर्घटना से पीड़ित है। पिछले वर्ष नागेंद्र सहनी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनका पुत्र अभी मर गया। इसी परिवार में गत महीने सिवरास्थान में महिला दुर्घटना से मर गई थी। घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है। इस घटना की जानकारी मिलते ही सांसद वीणा देवी ने मृतक के परिजनों को सात्वना दी।

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