बेतिया कोर्ट परिसर से फरार कुख्यात बंदी मुंबई में गिरफ्तार, पचास हजार का है इनामी

27 जनवरी 20 को बेतिया न्यायालय परिसर से दो साथियों के साथ हुआ था फरार। 1998 में बेतिया के छावनी मोहल्ले में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की थी

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 26 Mar 2020 06:13 PM (IST) Updated:Thu, 26 Mar 2020 06:13 PM (IST)
बेतिया कोर्ट परिसर से फरार कुख्यात बंदी मुंबई में गिरफ्तार, पचास हजार का है इनामी
बेतिया कोर्ट परिसर से फरार कुख्यात बंदी मुंबई में गिरफ्तार, पचास हजार का है इनामी

पश्चिम चंपारण , जेएनएन। बेतिया कोर्ट परिसर से फरार कुख्यात प्रजीत कुमार ङ्क्षसह को मुंबई पुलिस के सहयोग से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ सरकार ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। एसपी निताशा गुडिय़ा ने कहा कि मुंबई पुलिस के सहयोग से हत्या रंगदारी समेत कई जघन्य कांडों में फरार प्रजीत को गिरफ्तार कर लिया गया। वह बीते 27 जनवरी 2020 को बेतिया कोर्ट में हाजिर होने के दौरान पुलिस को चकमा देकर दो साथियों के साथ फरार हो गया था। उसे बेतिया लाया जाएगा।

 मिली थी फांंसी की सजा

वर्ष 1998 में प्रजीत कुमार सिंह ने बेतिया शहर के छावनी मोहल्ले के एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की थी। इसमें कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई। राष्ट्रपति से दया याचना की तो सजा उम्रकैद में तब्दील हो गई। वह केंद्रीय कारा बक्सर में उम्रकैद की सजा काट रहा था। लेकिन, वर्ष 2016 में केंद्रीय कारा बक्सर से फरार हो गया। इस बाबत बक्सर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

 जेल से भागने के बाद उसने पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि और सुगौली के तत्कालीन थानाध्यक्षों के सरकारी मोबाइल पर फोन कर 20-20 लाख की रंगदारी मांगी थी। इस बाबत भी दोनों थानों में प्राथमिकी दर्ज है। इसके बाद पुन: बेतिया के छावनी मोहल्ले में पहुंचा। वर्ष 1998 में जिस परिवार के तीन सदस्यों की हत्या की थी, उस परिवार से 15 लाख की रंगदारी मांगी थी।

 पीडि़त परिवार की शिकायत पर कालीबाग ओपी में कांड दर्ज कर पुलिस ने छापेमारी की। बीते 4 जनवरी 2018 को प्रजीत ङ्क्षसह को मुंबई पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। दो वर्ष तक बेतिया मंडल कारा में रहने के बाद 27 जनवरी 2020 को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था।  लेकिन, कोर्ट परिसर से फरार हो गया था।

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