30 मई तक हर हाल में दुरुस्त हो क्षतिग्रस्त तटबंध

पिछली बाढ़ में जो भी तटबंध क्षतिग्रस्त हुए उसे 30 मई तक हर हाल में दुरुस्त कर लिया जाए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 May 2018 11:59 AM (IST) Updated:Fri, 25 May 2018 11:59 AM (IST)
30 मई तक हर हाल में दुरुस्त हो क्षतिग्रस्त तटबंध
30 मई तक हर हाल में दुरुस्त हो क्षतिग्रस्त तटबंध

मुजफ्फरपुर। पिछली बाढ़ में जो भी तटबंध क्षतिग्रस्त हुए उसे 30 मई तक हर हाल में दुरुस्त कर लिया जाए। वहीं स्लूस गेट की मरम्मत का कार्य 30 जून तक पूरा कर लिया जाए। इस कार्य में जो भी संवेदक लापरवाही करे उसे काली सूची में डालते हुए प्राथमिकी दर्ज कराएं। साथ ही आगे से उन्हें कार्य नहीं दिए जाएं। राज्य के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा में ये निर्देश दिए दिए।

मंत्री ने खतरनाक स्थलों को चिह्नित कर वहां पर्याप्त मात्रा में फ्लड फाइटिंग की सामग्री स्टॉक करने व कैंप बनाकर पर्याप्त संख्या में मजदूर रखने का निर्देश दिया। बाढ़ के समय में भोजन, आवासन, शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था रखने को भी कहा गया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान अलग से अभियंताओं एवं पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की तैयारी विभाग कर रहा। मगर अभी प्रशासन व अभियंताओं में समन्वय बनाकर नियमित रूप से मरम्मत कार्य का पर्यवेक्षण करें।

प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि राशि आवंटित कर दी गई है। इससे तटबंध पर उगे जंगल की कटिंग एवं सफाई की जाए। उन्होंने कहा कि बगहा, मोतिहारी, बेतिया, हाजीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर जोन के कई स्थानों पर तटबंध टूटे हैं। इसकी अविलंब मरम्मत की जाए। यांत्रिक के अभियंताओं को दाया तटबंध के 57 एवं बाया तटबंध के 72 स्लूस गेट की मरम्मत 15 जून तक कराने का निर्देश दिया गया। रजवाड़ा बाध पर मुख्य कार्यपालक अभियंता यांत्रिक को स्लूस गेट लगाने तथा रिंग बाध की मरम्मत करने को कहा गया।

इससे पहले डीएम ने पांच प्रखंड औराई, कटरा, गायघाट, साहेबगंज एवं पारू में बाढ़ से प्रभावित तटबंधों के बारे में जानकारी दी गई। डीएम ने बताया कि उन्होंने स्वयं, एसडीओ व कार्यपालक अभियंताओं ने बाध का निरीक्षण किया। रजवाड़ा बाध का कार्य तेजी से हो रहा है। स्लूस गेट की मरम्मत की जा रही है। तटबंध पर छिद्र की मरम्मत की जा रही। लखनदेई तटबंध को भरे जाने व मजबूत किए जाने की जरूरत है।

बैठक में एसडीओ पश्चिमी जे प्रियदर्शनी, अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा, एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार, ओएसडी मणिभूषण किशोर, एनडीसी अवधेश आनंद, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी नवीन सुमन व मुख्य अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण, मुजफ्फरपुर समेत अन्य कार्यपालक अभियंता मौजूद थे।

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