Muzaffarpur shelter home case के सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर की करीबी मधु पर PMLA के तहत होगी कार्रवाई

मुजफफरपुर शेल्‍टर होम मामले के सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर की करीबी मधु व अन्य पर पीएमएलए के तहत होगी कार्रवाई

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 15 Mar 2020 04:15 PM (IST) Updated:Sun, 15 Mar 2020 10:28 PM (IST)
Muzaffarpur shelter home case के सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर की करीबी मधु पर PMLA के तहत होगी कार्रवाई
Muzaffarpur shelter home case के सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर की करीबी मधु पर PMLA के तहत होगी कार्रवाई

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। स्वधार गृह मामले में भी ब्रजेश ठाकुर के करीबी शाइस्ता परवीन उर्फ मधु, अफसाना खातून, रामानुज ठाकुर व कृष्णा राम की संपत्ति पर पुलिस की नजर है। इनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत कार्रवाई की कवायद पुलिस द्वारा शुरू कर दी गई है। पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) इसकी जांच करेगी।  


एससी/ एसटी विशेष कोर्ट में चल रहा है मामला

नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष सह जांच अधिकारी को आरोपितों की संपत्ति की जानकारी जुटाने का आदेश दिया गया है। यह मामला अभी एससी/ एसटी विशेष कोर्ट में चल रहा है। आरोपी अफसाना खातून की कुर्की के लिए मामला लंबित है। कोर्ट ने उसकी संपत्ति का ब्योरा तलब किया था। मुशहरी सीओ की ओर से दिए गए प्रतिवेदन में अफसाना के नाम पर कोई संपत्ति नहीं होने की बात बताई गई है। पुलिस अब उसे स्वजनों की संपत्ति व उसकी आय के स्रोत के बारे में पता लगाएगी।  


30 जुलाई 2018 को दर्ज हुई थी एफआईआर

बालिका गृह कांड सामने आने के बाद जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्कालीन सहायक निदेशक दिवेश कुमार ने 30 जुलाई 2018 को महिला थाने में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई थी। इसमें सरकारी राशि गबन करने व 11 महिलाओं के लापता होने का आरोप लगाया गया था।  

न्यायिक हिरासत में लिए जाएंगे ब्रजेश व अन्य आरोपित 

बालिका गृह कांड में सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर व अन्य आरोपितों को न्यायिक हिरासत में लेने के लिए पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। कोर्ट से आदेश मिलने के बाद इस मामले में हिरासत में लिए जाने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी। 

क्या है स्वधार गृह मामला

ब्रजेश ठाकुर की संस्था सेवा संकल्प एवं विकास समिति की ओर से स्वधार गृह का संचालन कल्याणी चौक के निकट साहु रोड में किया जाता था। इसमें घर से निकाली गई और भूली-भटकी महिलाओं को रखा जाता था। बालिका गृह यौन ङ्क्षहसा मामला सामने आने के बाद जिला बाल संरक्षण इकाई की जांच टीम वहां पहुंची तो स्वधार गृह में महिलाएं नहीं थीं, वहां ताला लटका था। इस संबंध में संचालक और कर्मियों ने कोई जानकारी नहीं दी। जिसके बाद ग्यारह महिलाओं के लापता होने और राशि गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। 


खास बातें आर्थिक अपराध इकाई से कराई जाएगी संपत्ति की जांच  अफसाना के स्वजनों की संपत्ति व आय के स्रोत पर भी पुलिस की नजर  स्वधार गृह मामले में ब्रजेश ठाकुर को न्यायिक हिरासत में लेने की तैयारी 

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