कोरोना काल में भी नहीं थम रही बाल तस्करी, दो बच्चों के साथ दलाल पकड़ाया

Bihar Crime बांद्रा अवध एक्सप्रेस जो बरौनी से बांद्रा टर्मिनल तक जाती है इस ट्रेन में कुछ नाबालिग बच्चे बाल मज़दूरी के लिए जा रहे हैं तो तुरन्त बचपन बचाव आंदोलन की असिस्टेंट प्रोग्राम ऑफिसर आरती कुमारी द्वारा एक संयुक्त टीम गठन किया गया।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 02:17 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 02:17 PM (IST)
कोरोना काल में भी नहीं थम रही बाल तस्करी, दो बच्चों के साथ दलाल पकड़ाया
पूर्वी चंपारण के सुगौली रेलवे स्‍टेशन से दो नाबाल‍िग बच्‍चे बरामद। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
पूर्वी चंपारण, जासं। बाल तस्करी एक बार फिर सक्रिय हो गया है, इसकी गुप्त सूचना मिलने पर सुगौली रेलवे स्टेशन से सूरत जाने वाली गाड़ी संख्या 09040 बांद्रा अवध एक्सप्रेस जो बरौनी से बांद्रा टर्मिनल तक जाती है, इस ट्रेन में  कुछ नाबालिग बच्चे बाल मज़दूरी के लिए जा रहे, तो तुरन्त बचपन बचाव आंदोलन की असिस्टेंट प्रोग्राम ऑफिसर आरती कुमारी द्वारा एक संयुक्त टीम गठन किया गया। जिसमें सशस्त्र सीमा बल 47 वीं बटालियन पंटोका, प्रयास संस्था, आरपीएफ सुगौली, चाइल्ड लाइन सब सेंटर रक्सौल व राजकीय रेल पुलिस के सहयोग से अभियान चलाकर दो नाबालिग बच्चे के साथ एक दलाल को सम्पर्क में लिया गया।
बच्चे की काउंसलिंग में पता चला कि दोनों बच्चा धागा फैक्ट्री सूरत में काम सीखने जा रहे थे। जिसकी जानकारी देते हुए बचपन बचाव आंदोलन की असिस्टेंट प्रोग्राम ऑफिसर सुश्री आरती ने बताया कि बरामद बच्चों की पहचान बैरिया, थाना रामगढ़वा निवासी पन्नालाल साह व ललिता देवी के 17 वर्षीय पुत्र बृजेश कुमार व दीपक यादव एवं कांति देवी के 16 वर्षीय पुत्र रंजीत यादव के रूप में हुई है। जबकि दलाल की पहचान उक्त गांव के ही हरेंद्र मुखिया के 26 वर्षीय पुत्र धर्मेन्द्र कुमार के रूप में हुई है। दलाल ने अपनी काउंसलिंग में बताया कि मेरा भी ठेकेदार है। जो कि छपवा, सुगौली थाना के रहने वाले पांडेय है। इस व्यक्ति के कहने पर सभी बच्चो को सूरत ले जा रहे थे, वहां पर बच्चो को प्रत्येक माह में 13,000/ हजार रुपये मिलता, काम सुबह के 7 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक करना होता। वहीं इसमें एक बच्चा बच्चा बिना टिकट का जा रहा था। उक्त बावत सुश्री आरती ने यह भी कहा कि इस समय कोरोना महामारी में सूरत  बाल मज़दूरी के लिए जा रहे थे, जब की बिहार सरकार की बच्चों की हित के लिए विशेष ध्यान दे रही है।
इस दलाल पर एफआइआर दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। मुक्त कराए गए बच्चो की अगली प्रक्रिया के लि‍ए  जीआरपी सुगौली द्वारा चाइल्ड लाइन सब सेंटर रक्सौल के अजय कुमार को सुपुर्द किया गया। मौके पर बचपन बचाव आंदोलन के अमीत कुमार, राज गुप्ता, एसएसबी के सब इंस्पेक्टर बंदना देवी, दिलेराम, नाजरीन बनो, मनोज कुमार, राजबन प्रसाद, कुलदीप कुमार, आरपीएफ से सब इंस्पेक्टर शशि भूषण सिंह, प्रयास से अभिषेक कुमार, जीआरपी थानाध्यक्ष विवेकानंद प्रसाद के सहयोग से बच्चो को मुक्त कराया गया।
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