डाटा इंट्री ऑपरेटर की मौत में पांच माह बाद हत्या का केस

मुरौल प्रखंड के डाटा इंट्री ऑपरेटर सन्नी कुमार की मौत मामले में पांच माह बाद हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई। कोर्ट में दायर परिवाद के आधार पर ब्रह्मापुरा पुलिस ने कांड दर्ज किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Jan 2020 02:56 AM (IST) Updated:Fri, 31 Jan 2020 06:11 AM (IST)
डाटा इंट्री ऑपरेटर की मौत में पांच माह बाद हत्या का केस
डाटा इंट्री ऑपरेटर की मौत में पांच माह बाद हत्या का केस

मुजफ्फरपुर। मुरौल प्रखंड के डाटा इंट्री ऑपरेटर सन्नी कुमार की मौत मामले में पांच माह बाद हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई। कोर्ट में दायर परिवाद के आधार पर ब्रह्मापुरा पुलिस ने कांड दर्ज किया। पीड़ित थाना का चक्कर काटते-काटते थक गए थे। तब उसने कोर्ट में परिवाद दायर कराया था। कोर्ट और वरीय पदाधिकारी के आदेश के बाद भी प्राथमिकी दर्ज करने में टालमटोल करते रहे। मृतक के भाई लालगंज सलाहपुर के चंद्रशेखर कुमार ने अपने भाई के साथ काम करने वाली एक युवती और ऋतुराज को आरोपित बनाया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पीड़ित ने बताया कि उनका भाई मुरौल प्रखंड में डाटा इंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे। वे समाहरणालय और औराई प्रखंड में भी काम कर चुके थे। उसके काम की चर्चा और तारीफ विभाग में खूब होती थी। इससे उसके सहकर्मी और आरोपित नाराज रहने लगे और उसे परेशान करने के लिए साजिश रचते रहे। वेतन भी कई माह से नहीं मिला था। इसी का फायदा उठाते हुए आरोपित ने एक साजिश के तहत झांसा में लेकर खुदकशी करने का चेतावनी भरा पत्र विभाग को दिलवाया गया था। अस्पताल में छोड़कर भाग गए थे आरोपित : गत साल 19 नवंबर को एक अंजान नंबर से चंद्रशेखर के मोबाइल पर कॉल आया और कहा गया कि उनका भाई जूरन छपरा स्थित एक अस्पताल में भर्ती है। वे भागते हुए अस्पताल पहुंचे तो पता लगा कि एक युवती और कुछ युवक उसे अस्पताल पहुंचाकर भाग निकले। रास्ते में भाई को दी जानकारी :

सन्नी की स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे पटना रेफर कर दिया। रास्ते में ही सन्नी ने बताया कि आरोपित युवती शेरपुर स्थित उसके घर पर रात में आई थी। खाद्य पदार्थ में जहरीला चीज मिलाकर उसे खिला दिया। इसी से उसकी हालत बिगड़ गई है। इसके बाद उसकी आवाज लड़खड़ाने लगी और वह अचेत हो गया।

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