हैवानियत: नाबालिग से दुष्‍कर्म के बाद नाजुक अंगों को तेजाब से जलाया

बिहार के मुजफ्फरपुर में हैवानों ने पहले एक नाबालिग के साथ दुष्‍कर्म किया और जब इससे भी मन नहीं भरा तो उसके नाजुक अंग पर तेजाब डाल दिया।

By Ravi RanjanEdited By: Publish:Wed, 06 Jun 2018 03:41 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jun 2018 10:31 PM (IST)
हैवानियत: नाबालिग से दुष्‍कर्म के बाद नाजुक अंगों को तेजाब से जलाया
हैवानियत: नाबालिग से दुष्‍कर्म के बाद नाजुक अंगों को तेजाब से जलाया

मुज़फ्फ्फरपुर [जेएनएन]। बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक नाबालिग लड़की के साथ दबंगों ने दुष्‍कर्म किया और फिर उसके नाजुक अंगों पर तेजाब डाल दिया।

जानकारी के अनुसार, जिले के काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र स्थित एक रेलवे अधिकारी के घर में काम कर रही किशोरी से नशीली दवा देकर दस दिनों तक दुष्कर्म किया जाता रहा। जब मुंह खोला तो नाजुक अंग और घुटने के ऊपर तेजाब फेंक दिया गया। वह गत तीन जून से सदर अस्पताल में बेहोशी की हालत में भर्ती थी।

बुधवार सुबह होश में आने के बाद आपबीती सुनाई तो सनसनी फैल गई। इसकी सूचना मिलते ही एसएसपी हरप्रीत कौर ने फौरन जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद नगर थाने की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और पीडि़ता व उसकी मां से पूछताछ की। वहीं, रेलवे अधिकारी को हाजीपुर जोनल ऑफिस से बुलाकर हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है।पुलिस ने उसके घर जाकर भी जांच की और पड़ोस के लोगों से जानकारी ली। पुलिस ने कहा कि पीडि़ता के बयान के आधार पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। 

किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की है। रांची में माता-पिता मजदूरी कर परिवार चलाते हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद मां सदर अस्पताल पहुंची। रांची में रेलवे अधिकारी के बेटी-दामाद भी काम करते हैं। एक महीने पूर्व दोनों के कहने पर ही यहां काम करने आई थी। कुछ दिनों तक ठीक से रखा गया। लेकिन, बीते दस दिनों से उसके साथ हर रात नशीली दवा देकर दुष्कर्म किया जाता रहा। नींद खुलने पर शरीर में दर्द होता था। जब उसने रेलवे अधिकारी की पत्नी को घटना की जानकारी दी तो घर का माहौल ही खराब हो गया। इसके बावजूद रात में दुष्कर्म कर नाजुक अंग और घुटने के ऊपर तेजाब फेंक गंभीर रूप से जख्मी कर दिया।

बेटी की तरह रखते थे
इस मामले में रेलवे अधिकारी का कहना है कि किशोरी को बेटी की तरह घर में रख रहे थे। उसे पढ़ाया भी जा रहा था। गत सप्ताह गर्म दूध भरा बर्तन उठाने गई तो घुटने के ऊपर गर्म दूध गिरा और वह झुलस गई। तीन दिनों तक उसे सदर अस्पताल में ड्रेसिंग कराकर घर ले जाया गया। फिर चिकित्सक के कहने पर महिला वार्ड में भर्ती करा दिया गया था।

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