BRABU,Muzaffarpur: स्नातक पार्ट-1 की स्थगित परीक्षा 14 व 15 दिसंबर को

14 को पहली पाली में आर्ट साइंस व कामर्स के विद्यार्थी एमआइएल (एनएच) पेपर की परीक्षा देंगे। वहीं दूसरी पाली में भूगोल और 15 को पहली पाली में साइंस कामर्स के विद्यार्थी एमआइएल तथा सामान्य कोर्स के साइंस आर्ट व कामर्स के विद्यार्थी परीक्षा देंगे।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 10:32 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 10:32 AM (IST)
BRABU,Muzaffarpur: स्नातक पार्ट-1 की स्थगित परीक्षा 14 व 15 दिसंबर को
पांच और छह नवंबर की परीक्षा की गई थी स्थगित।

मुजफ्फरपुर,जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से त्योहार को लेकर पांच और छह नवंबर को स्नातक पार्ट-1 की स्थगित की गई वैकल्पिक विषय की परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। 14 व 15 दिसंबर को परीक्षा होगी। 14 को पहली पाली में आर्ट, साइंस व कामर्स के विद्यार्थी एमआइएल (एनएच) पेपर की परीक्षा देंगे। वहीं दूसरी पाली में भूगोल और 15 को पहली पाली में साइंस, कामर्स के विद्यार्थी एमआइएल तथा सामान्य कोर्स के साइंस, आर्ट व कामर्स के विद्यार्थी परीक्षा देंगे। वहीं दूसरी पाली में एलएल की परीक्षा होगी। 

ला का फार्म जमा करने को 25 तक समय

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में ला और प्री ला का परीक्षा फार्म विलंब शुल्क के साथ जमा करने की तिथि विस्तारित की गई है। जिन कालेजों की ओर से अबतक परीक्षा फार्म विवि में जमा नहीं किया गया है वे 24 व 25 नवंबर को विवि के परीक्षा विभाग में फार्म जमा करेंगे। इसके लिए उन्हें प्रत्येक विद्यार्थी एक हजार रुपये विलंब शुल्क देना होगा। बता दें कि एक दिसंबर से ला के तीनों वर्ष और प्री ला की परीक्षा शुरू हो रही है। 25 तक फार्म जमा होने के बाद विवि की ओर से परीक्षा से दो दिन पूर्व एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा। विद्यार्थी संबंधित कालेजों से इसे प्राप्त कर सकेंगे।

नई शिक्षा नीति के तहत वोकेशनल कोर्स शुरू करेगा विश्वविद्यालय

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति-2020 के तहत कई वोकेशनल कोर्स खोले जाएंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से विवि को पत्र भेजकर रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नए कोर्स शुरू करने को कहा गया है। यूजीसी के अध्यक्ष डा.डीपी सिंह ने भेजे गए पत्र में कहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत विवि और कालेजों में शैक्षणिक कार्यक्रमों में एकाधिक प्रवेश और निकास कोर्स शुरू करने हैं। वहीं युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए संक्षिप्त डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरूआत की जाएगी। सकल नामांकन अनुपात को बढ़ावा देने के लिए आनलाइन शिक्षा पर जोर दिया जाएगा। आनलाइन संचालित होने वाले कोर्स के लिए सिलेबस तैयार किया जाएगा। शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए नीति तैयार की जाएगी। इसके लिए स्वयं व अन्य पोर्टल की मदद ली जाएगी। नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने को लेकर विवि में सेल का गठन किया जाएगा। इसमें विवि के वरीय प्राध्यापक, शोधार्थी व पदाधिकारी भी रहेंगे।

पूर्ववर्ती छात्रों के लिए बनेगा सेल

विश्वविद्यालय स्तर पर पूर्ववर्ती छात्रों के लिए एक सेल का निर्माण किया जाएगा। इसमें देश और विदेशों में शिक्षा के स्तर, रोजगार की संभावनाओं व गुणवत्तापरक शिक्षा को लेकर परस्पर संवाद किया जाएगा।  

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