बीआरए बिहार विवि ने जारी किया Helpline नंबर, जानिए क्या मिलेगी सुविधा...

पढ़ाई संबंधी किसी भी समस्या के लिए विवि के संबंधित शिक्षकों से संपर्क कर सकते छात्र। दर्शनशास्त्र विभाग के प्राध्यापक सह डीएसडब्ल्यू ने जारी किया पत्र।

By Murari KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Apr 2020 08:57 PM (IST) Updated:Sat, 11 Apr 2020 08:57 PM (IST)
बीआरए बिहार विवि ने जारी किया Helpline नंबर, जानिए क्या मिलेगी सुविधा...
बीआरए बिहार विवि ने जारी किया Helpline नंबर, जानिए क्या मिलेगी सुविधा...

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों को परेशानी नहीं हो इसको लेकर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पहल की गई है। लॉकडाउन बढ़ाने की आशंका को लेकर विद्यार्थियों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। ऐसे में विवि के अध्यक्ष छात्र कल्याण सह दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक डॉ.अभय कुमार सिंह ने विद्यार्थियों के लिए एक पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण सभी कॉलेज बंद हैं।

ऐसे में घर से पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी किसी भी समस्या को लेकर पैनिक नहीं हों। विद्यार्थियों काे यदि विषय वस्तु को समझने में कोई समस्या उत्पन्न होती है तो ऐसे में वे अपने विभाग के शिक्षक से वाट्सएप और ईमेल के माध्यम से संपर्क कर इसका समाधान पा सकते हैं। उन्होंने बताया कि दर्शनशास्त्र विभाग के विद्यार्थी विषय वस्तु से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए उनके वाट्सएप नंबर 9801058060 पर संपर्क कर सकते हैं। 

मनोवैज्ञानिक छात्रों को देंगे तनावमुक्त रहने के टिप्स

लॉकडाउन बढ़ाए जाने की आशंका काे लेकर विद्यार्थियों का तनाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में विवि की ओर से ऑनलाइन क्लास शुरू करने को लेकर तैयारी चल रही है। कई विभाग वाट्सएप पर स्टडी मेटेरियल भेजना शुरू कर चुके हैं। इसके बाद अब विवि के वेबसाइट पर प्राध्यापक वीडियाे डालना शुरू करेंगे। कुलसचिव डॉ. मनोज कुमार ने विवि के विभिन्न विभागों के अध्यक्षों से यूजी एवं पीजी कोर्स के पाठ्यक्रम का वीडियो मांगा है। सभी विषयों के शिक्षकों से ऐसा ही करने के लिए कहा गया है। शिक्षक वाट्सएप के माध्यम से वीडियो भेजेंगे, जिसे वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।

 कुलसचिव ने कहा कि लॉक डाउन में लगातार घरों में रहते-रहते छात्र उबने लगे हैं। लेकिन, कोरोना से बचाव के लिए घरों में रहना जरूरी है। इस दौरान उनकी पढ़ार्इ बाधित न हो और मानसिक तनाव भी न हो। इसके लिए मनोवैज्ञानिकों की भी एक टीम बनार्इ गर्इ है। टीम की ओर से भी वीडियो बनाया गया है, जिसे वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। इसे देखने पर तनाव पर नियंत्रण होगा। जल्द ही इसको लेकर हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया जाएगा।

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