छात्र चला रहे किताब संग्रह अभियान, अब तक करीब पांच हजार पुस्तकें हो चुकी हैं एकत्र

पूर्वी चंपारण में दान की किताबों से भारतरत्न पं. मदन मोहन मालवीय लघु पुस्तकालय की स्थापना की कवायद, अगले साल से छात्रों को मिलने लगेगा लाभ।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 01 Dec 2018 11:11 AM (IST) Updated:Sat, 01 Dec 2018 11:11 AM (IST)
छात्र चला रहे किताब संग्रह अभियान, अब तक करीब पांच हजार पुस्तकें हो चुकी हैं एकत्र
छात्र चला रहे किताब संग्रह अभियान, अब तक करीब पांच हजार पुस्तकें हो चुकी हैं एकत्र

मोतिहारी, [संजय कुमार उपाध्याय]। गरीब बच्चों की पढ़ाई में किताबें बाधक न हों, इसके लिए कुछ छात्र किताब संग्रह अभियान चला रहे हैं। अब तक करीब पांच हजार पुस्तकें एकत्र हो चुकी हैं। इनमें विभिन्न विषयों के अलावा मेडिकल व इंजीनियर‍िंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से जुड़ी किताबें हैं। इस पुस्तकालय को भारतरत्न पं. मदन मोहन मालवीय लघु पुस्तकालय के नाम से स्थापित किया जा रहा है। अगले साल जुलाई तक इसका लाभ छात्रों को मिलने लगेगा। इसका कोई शुल्क नहीं देना होगा। 

सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान

दान की पुस्तकों से लाइब्रेरी बनाने का अभियान चंपारण छात्र संघ ने एक महीने पहले शुरू किया। संघ सोशल मीडिया के माध्यम से पढ़ाई कर चुके छात्रों व अन्य लोगों से अपील कर रहा है कि वे अपनी गैर उपयोगी पुस्तकें दान स्वरूप संस्था को दें, ताकि दूसरों के काम आ सके। इस मुहिम में इसके संस्थापक अध्यक्ष सह संयोजक विकास राज के साथ संस्था के अध्यक्ष निखिल विवेक, महासचिव अरुण कुमार, आदित्य कुमार की अहम भूमिका है। लोग दान देने के लिए संस्था द्वारा जारी नंबर पर कॉल करते हैं। सदस्य उनसे संपर्क कर पुस्तक प्राप्त करते हैं। 

जुलाई से जरूरतमंदों को मिलने लगेगा लाभ

इस पुस्तकालय की शुरुआत विधिवत रूप से जुलाई 2019 से हो जाएगी। अभी इसके लिए पुस्तकें बटोरने का काम चल रहा है, जिसे अध्यक्ष के छतौनी स्थित आवास पर रखा जा रहा है। अधिकतर पुस्तकें वर्ग एक से 12 तक की हैं। इसके अतिरिक्त आइआइटी, मेडिकल व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सहित सामान्य अध्ययन की किताबें हैं। पुस्तकालय की स्थापना के लिए सार्वजनिक जगह की तलाश की जा रही है, जो जल्द पूरी हो जाएगी।

गरीब बच्चों को किताबों के लिए परेशान होता देख शुरुआत

विकास बताते हैं कि चंपारण की सामाजिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर पुस्तकालय के लिए मुहिम चल रही है। लोगों की दिलचस्पी से उत्साह बढ़ा है। अभियान में जुटे युवा बताते हैं कि गरीब बच्चों को किताबों के लिए परेशान होता देख मन में यह भाव जगा कुछ किया जाए। वह दिन दूर नहीं जब गरीब बच्चों को इंजीनियर‍िंग व मेडिकल की तैयारी के लिए महंगी किताबें नहीं खरीदनी पड़ेंगी।

   पुस्तक दान देने वालों में केबीसी विजेता सुशील कुमार, रूही शर्मा, अभिषेक रंजन, प्रकाश कुमार श्रीवास्तव, उत्सव विशाल और कोमल कुमारी सहित अन्य हैं। अभिषेक का कहना है कि किताबें दान देकर मन को शांति मिली है। कोई जरूरतमंद उससे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेगा।

-फोटो 30 एमटीएच 30, 31

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