मुजफ्फरपुर के चावल-चना भूंजा के कायल रहे अनंत कुमार

हवाई अड्डा चालू हो इसकी रहती थी चिंता, यादों में कार्यकर्ता, बोले सांसद अजय निषाद को दिलाई थी सदस्यता, उनकी कमी खलेगी।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 01:38 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 01:38 PM (IST)
मुजफ्फरपुर के चावल-चना भूंजा के कायल रहे अनंत कुमार
मुजफ्फरपुर के चावल-चना भूंजा के कायल रहे अनंत कुमार
मुजफ्फरपुर ( जेएनएन) । केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार नहीं रहे। कम लोग ही जानते हैं कि वे मुजफ्फरपुर के चावल-चना भूंजा के कायल थे। उनसे जुडीं यादें अब भी यहां के भाजपा कार्यकर्ताओं के दिलों में है।
बिहार विधान सभा चुनाव 2015 से पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा थी। उसको लेकर वह दो दिन तक मुजफ्फरपुर में रहे तथा यहां के कार्यकर्ताओं के अंदर पार्टी को लेकर उत्साह भरते रहे। उनके निधन पर नगर विकास आवास मंत्री सुरेश शर्मा, सांसद अजय निषाद, विधान पार्षद पूर्व मंत्री देवेशचन्द्र ठाकुर, विधायक बेबी कुमारी, विधायक अशोक सिंह, जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक रामसूरत राय, युवा मोर्चा अध्यक्ष नचिकेता पाण्डेय, मीडिया प्रभारी प्रभात कुमार, महानगर जदयू के पूर्व अध्यक्ष प्रो.शब्बीर अहमद, वरीय जदयू नेता प्रोफ़ेसर धनंजय सिंह, भाजपा के वरीय नेता भगवान लाल महतो व अन्य ने शोक जताया है। 
मुजफ्फरपुर से जुड़ी उनकी याद
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनीष कुमार बताते है कि मुजफ्फरपुर प्रवास के दौरान नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश शर्मा के निवास पर ठहरे। जब शाम हुई तो उनसे नाश्ता के लिए पूछा गया। तुरंत कहा कि अरे भाई भूजा मंगाया जाए। तुरंत दो कार्यकर्ता छाता चौक पर गये और चावल-चना का भूजा लाए। सबके साथ खाए और कहा कि असली बिहारी नाश्ता यहीं है।
चाहते थे शुरू हो विमान सेवा
नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि मुजफ्फरपुर प्रवास के दौरान उनसे हवाई अड्डा की चर्चा हुई उसी समय वह बोले कि यह उतर बिहार की अघोषित राजधानी है। यहां से पड़ोसी नेपाल के साथ सीता माता की भूमि सीतामढ़ी, जनकपुर व भगवान बुद्ध की भूमि वैशाली का जुड़ाव है। नागरिक उड्यन मंत्री रहते हुुए लगातार पहल की और चाहते थे कि हवाई सेवा शुरू हो। उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई। मंत्री ने निधन को दुखद बताते हुए कहा कि उनको व्यक्तिगत लगाव मुजफ्फरपुर व यहां के कार्यकर्ताओं से था।
बोले सांसद पार्टी में लाए थे
सांसद अजय निषाद ने निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनको पार्टी में शामिल कराने वाले नेता अनंत कुमार का जाना भाजपा के साथ उनका पारिवारिक नुकसान है। केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार उनके पिता पूर्व मंत्री कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद के मित्र थे। जब भी सदन के अंदर मिलते पिता जी का हालचाल लेते रहते थे। मुजफ्फरपुर लोकसभा से विमान सेवा, रेल सेवा व सड़क मार्ग के विस्तार के लिए जब भी उनके चर्चा की सहयोग किए। निधन की खबर से उनका पूरा परिवार दुखी है। 
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