नेपाल में अल्ताफ की गिरफ्तारी के बाद संजय पर नजर, जानें वह क्यों है इतना महत्वपूर्ण
नेपाल सीमा पर अलर्ट सुरक्षा एजेंसियों के साथ पुलिस भी सतर्क। नकली नोट और सोना तस्करी का मास्टमांइड है अल्ताफ हुसैन। कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। नकली नोट व सोने के धंधे से जुड़े अल्ताफ हुसैन अंसारी की नेपाल से गिरफ्तारी के बाद उसके सहयोगी संजय की तलाश हो रही है। नेपाली और भारतीय खुफिया विभाग की नजर अब उसपर है।
अल्ताफ का नेटवर्क नेपाल से लेकर भारत के कई राज्यों तक फैला है। गुजरात के अहमदाबाद और किशनगंज से कनेक्शन इस बात के प्रमाण हैं। उसके सहयोगी अहमदाबाद के नीलेश शाक्या की नेपाल में पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। इससे उसका ङ्क्षसडिकेट जरूर कमजोर हुआ है। अब सुरक्षा एजेंसियों की नजर उसके एक और सहयोगी संजय पर है। इसे लेकर भारत-नेपाल बार्डर पर अलर्ट किया गया है। नीलेश और अल्ताफ से पूछताछ कर उसके बारे में जानकारी ली जा रही।
स्थानीय युवाओं को जोड़ता था अल्ताफ
दूसरी ओर, जांच में यह बात सामने आ रही है कि अल्ताफ स्थानीय युवाओं को गिरोह से जोड़ता था। इसमें सीमावर्ती क्षेत्र के युवा भी शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियां चिह्नित सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में गिरोह से जुड़े संदिग्ध युवाओं के संबंध में जानकारी जुटाने के प्रयास में हैं। एजेंसियां सीमावर्ती रक्सौल के आसपास जाली नोट के धंधे से जुड़े लोगों को संरक्षण देने वालों को भी चिह्नित करने में जुटी हैं। डीएसपी संजय कुमार झा ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र काफी संवेदनशील है। खुला बार्डर होने के कारण कई सुरक्षा एजेंसियां कार्य कर रही हैं। जाली नोट के धंधे से जुड़े लोगों पर पुलिस की भी नजर है। इसके लिए सीमावर्ती थानों को निर्देश दिया गया है।