Muzaffarpur Coronavirus News Update : मुजफ्फरपुर में 71 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, 61 स्वस्थ होकर घर लौटे

Muzaffarpur Coronavirus News Update कालाजार छिड़काव व फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम को गति देने पर बल। वेतन बकाया को लेकर सीएस से मिला कर्मचारी यूनियन।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 03:40 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 03:40 PM (IST)
Muzaffarpur Coronavirus News Update : मुजफ्फरपुर में 71 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, 61 स्वस्थ होकर घर लौटे
Muzaffarpur Coronavirus News Update : मुजफ्फरपुर में 71 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, 61 स्वस्थ होकर घर लौटे

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Muzaffarpur Coronavirus News Update : जिले में शनिवार को 71 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं 61 लोग स्वस्थ हुए। संक्रमित मिले मरीजों को क्वारंटाइन किया गया है। इधर रेवा हाईस्कूल मेंं मुखिया लखींद्र साह की देखरेख में लैब टेक्नीशियन मुकेश कुमार व दीपक कुमार ने 200 लोगों के नमूने संग्रहित किए। सिविल सर्जन डॉ.एसपी ङ्क्षसह ने कालाजार छिड़काव व फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में 521 गांवों में छिड़काव चल रहा है। शत-प्रतिशत घर में छिड़काव हो यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अन्य स्वास्थ्य योजनाएं भी नियमित करने पर बल दिया। इधर बिहार राज्य जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रदीप पांडेय, जिला मंत्री कुमारी शोभा, कुमारी रेणु, वरीय नेता शंभूशरण ठाकुर ने स्वास्थ्य कर्मियों के बकाया भुगतान करने की मांग की। जिला मंत्री ने कहा कि कोरोना के समय कर्मचारी दिन-रात काम करते रहे हैं। उनको समय पर वेतन नहीं मिल रहा है।

एसकेएमसीएच के एसआरसी पर उत्तर बिहार के नमूनों की जांच

एसकेएमसीएच में गुप्त रोगों की जांच के लिए खुले स्टेट रिफेंस सेंटर (एमआरसी) में उत्तर बिहार के अलग-अलग जिले से जांच के लिए नमूने आएंगे। मालूम हो कि शुक्रवार को माइक्रोबायोलॉजी विभाग में एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही, गुप्त रोग विभाग पटना के उप निदेशक डॉ. राजेश कुमार सिन्हा व एआरटी कंसल्टेंट पटना के डॉ.अंशु और जिला एड्स नियंत्रण प्रोग्राम के प्रभारी पर्यवेक्षक जय प्रकाश ङ्क्षसह ने इस सेंटर की शुरुआत की। प्रभारी पर्यवेक्षक जय प्रकाश ङ्क्षसह ने बताया कि यहां पर उत्तर बिहार से जांच के लिए नमूने आएंगे। पहले अस्पताल में आरपीआर, वीडीआरएल व टीपीएचए जैसी जांच कर गुप्त रोग से संक्रमण का सिर्फ पता लगाया जाता था। इसके बाद कंफर्म के लिए प्राइवेट जांचघर सैंपल लेकर पटना भेजा जाता था। वहां जांच के बाद ही गुप्त रोग का पता चलता था। अब अस्पताल में ही जांच कर पता लगाया जाएगा कि पीडि़त व्यक्ति कितना संक्रमित हुआ है। इससे कम समय में जांच के बाद उसका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। मरीजों को इससे काफी लाभ मिलेगा।

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