कुढ़नी में 70 परदेसी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती

मुजफ्फरपुर कुढ़नी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय चढूआ में आइसोलेशन सेंटर खोला गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 12:18 AM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2020 06:14 AM (IST)
कुढ़नी में 70 परदेसी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती
कुढ़नी में 70 परदेसी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती

मुजफ्फरपुर : कुढ़नी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय चढूआ में आइसोलेशन सेंटर खोला गया है। सेंटर में भर्ती लोगों के भोजन की व्यवस्था पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा द्वारा की जा रही है। लॉकडाउन के बाद दूसरे प्रदेशों में काम करने गए लोग बड़ी संख्या में अपने घर कुढ़नी लौट रहे हैं जिनकी कोरोना जाच स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है। जाच के बाद लोगों को इस सेंटर में शिफ्ट कर दिया जाता है। प्रथम दिन 70 लोगों की कोरोना जाच की गई और उन्हें 14 दिनों के लिए इसमें शिफ्ट कर दिया गया। पूर्व मंत्री ने बताया कि इस इलाके के दर्जनों लोग दूसरे प्रदेशों में मजदूरी करने गए थे। लॉकडाउन के बाद वे लोग वापस अपने घर जत्थे में लौट रहे हैं। उनजाच इस सेंटर में की जाती है। यह सेंटर उनकी देखरेख में चल रहा है। भोजन समेत अन्य जरूरत के सामान की व्यवस्था उनके द्वारा की गई है। मेडिकल टीम हमेशा यहा मौजूद रहती है।

कुढ़नी में फंसे यूपी के 25 अप्रवासी, जिला पार्षद ने दिया राशन : लॉकडाउन लगने से तुर्की में उत्तर प्रदेश के 25 अप्रवासी फंस गए हैं। उनके साथ बीबी- बच्चे भी हैं। फि़लहाल वे लोग तुर्की मेला गाछी में डेरा डाले हुए हैं। घर वापस लौटने का कोई साधन नहीं है। सभी अप्रवासी चित्रकूट जिले के शिवरामपुर कर्बी के निवासी बताए गए हैं। अप्रवासी मंगनली देवी, पूरन मारवाड़ी, बलचंद सोलंकी, नत्थू सोलंकी ने बताया कि वे सभी कई दिनों से भूखे हैं। उन्हें घर जाने का कोई साधन नहीं है। वे शीशे के ग्लास से छोटा मंदिर निर्माण कर बेचते हैं। इसी से उनकी रोजी-रोटी चलता है। एक माह पहले से वे लोग यहा आए थे। इस बीच लॉकडाउन हो गया जिससे उनकी रोजी- रोटी बंद हो गई। मंगलवार को सभी अप्रवासी जिला पार्षद रानी देवी के घर बरकुरबा पहुंचे और अपना दुखड़ा सुनाया। पार्षद प्रतिनिधि संजय पासवान ने यह जानकारी बीडीओ एवं सीओ को दी, लेकिन दोनों अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए। अंत में जिला पार्षद प्रतिनिधि ने सभी अप्रवासियों को पाच हजार का राशन खरीद कर उपलब्ध कराया। उधर सीओ रंभू ठाकुर ने बताया कि स्थानीय स्तर पर सामुदायिक भोजन की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए सभी को जिला के कैंप में शिप्ट करना होगा।

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