COVID-19 : कोरोना की आशंका लिए 300 लोग जांच को एसकेएमसीएच पहुंचे, दो का लिया गया नमूना
COVID-19 बुधवार को 300 लोगों की जांच हुई। संदिग्ध लगने पर दो लोगों के नमूने का संग्रह किया गया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना की आशंका लिए गांवों से लोग एसकेएमसीएच पहुंच रहे हैं। बुधवार को 300 लोगों की जांच हुई। संदिग्ध लगने पर दो लोगों के नमूने का संग्रह किया गया। इन्हें जांच के लिए आरएमआरआइ पटना भेजा गया है। पटना भेजे गया 36 नमूने, 29 की आ गई रिपोर्ट एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.सुनील शाही ने बताया कि आरएमआरआइ पटना में जांच के लिए 36 नमूने गए थे। 29 की रिपोर्ट आई है। सभी निगेटिव हैं।
अलग रजिस्ट्रेशन काउंटर
साहेबगंज से 70 लोग आ गए जांच कराने एसकेएमसीएच में साहेबगंज से 70 लोग कोरोना की आशंका के आधार पर जांच को आ गए। वहीं दर्जनभर मरीज दिल्ली से सीतामढ़ी लौटने के दौरान अपनी जांच कराने पहुंचे। जांच को पहुंचने वाले लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जीएनएम स्कूल के नर्सिग स्टाफ की भी ड्यूटी लगाई गई है। उधर, मदर एंड चाइल्ड वार्ड में कोरोना वायरस मरीजों के रजिस्ट्रेशन के लिए काउंटर खोला गया है। वहीं एसकेएमसीएच में चल रहे भवन निर्माण कार्य बंद हो गया है। मजदूर लौट गए हैं।
रोस्टर से चल रहा काम
एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने बुधवार को बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों की समुचित जांच व इलाज की एसकेएमसीएच में व्यवस्था की गई है। इसके तहत रोस्टर के अनुसार चिकित्सक व र्किमयों की तैनाती की गई है। वही मदर चाइल्ड वार्ड में 10 बेड के आइसीयू आइसोलेशन वार्ड के साथ 130 वेड का आइसोलेशन वार्ड खोला गया है। मरीजों को रजिस्ट्रेशन के लिए भी यहां अलग से सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मरीज हो रहे रवाना एसकेएमसीएच में अक्सर जहां ओपीडी में हजारों की तादाद में मरीज पहुंच रहे थे।कक्षों में मरीजों को बेड की बात तो दूर फर्श पर जगह मिलनी मुश्किल थी। लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर आवागमन बंद होने से अस्पताल में सन्नाटा पसर गया है।
गांव जा रहे मरीज
ओपीडी बंद हो चुके हैं। वार्ड में पूर्व से भर्ती मरीज चिकित्सक से कुछ छुट्टी लेकर तो गांव को रवाना होने लगे हैं। इससे कक्ष में मरीजों की संख्या अब नगण्य हो गई है। मरीजों के पथ्य पर संकट एसकेएमसीएच में भर्ती मरीजों को पथ्य पर संकट उत्पन्न होने लगा है। मरीजों को मिलने वाले भोजन फल अंडा व दूध के आपूíतकर्ता को वाहन नहीं मिलने से पहुंचाने में दिक्कत आ रही है ।