क्षतिग्रस्त इंजन के साथ 100 किमी दौड़ी सद्भावना

रक्सौल-सीतामढ़ी रेलमार्ग पर अहमदाबाद जानेवाली सद्भावना एक्सप्रेस गुरुवार को क्षतिग्रस्त इंजन के सहारे ही करीब 100 किमी तक चली।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Mar 2018 02:12 AM (IST) Updated:Fri, 16 Mar 2018 02:12 AM (IST)
क्षतिग्रस्त इंजन के साथ 100 किमी दौड़ी सद्भावना
क्षतिग्रस्त इंजन के साथ 100 किमी दौड़ी सद्भावना

मुजफ्फरपुर। रक्सौल-सीतामढ़ी रेलमार्ग पर अहमदाबाद जानेवाली सद्भावना एक्सप्रेस गुरुवार को क्षतिग्रस्त इंजन के सहारे ही करीब 100 किमी तक चली। ब्रेक सिस्टम में गड़बड़ी के बावजूद इतनी लंबी दूरी तक ट्रेन चलाने में रेलकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

दोपहर करीब 12:30 बजे जंक्शन पर ट्रेन पहुंची और कोचिंग डिपो के कर्मचारियों की टीम ने उसकी मरम्मत की। इसके बाद दोपहर 1:30 बजे ट्रेन अहमदाबाद के लिए रवाना की गई। इससे जंक्शन पर ही एक घंटा तक ट्रेन रुकी रही।

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मवेशी के टकराने से क्षतिग्रस्त

उक्त ट्रेन रक्सौल से खुली। बैरगनिया स्टेशन के समीप इंजन से किसी मवेशी की टक्कर हो गई। इससे इंजन के आगे के हिस्से का ब्रेक पाइप व एंगिल कप टूट गए। इंजन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी और इंजन की जांच की। वहां ठीक नहीं होने के कारण उसी हालत में करीब 100 किमी दूर जंक्शन लाया गया। यहां क्षतिग्रस्त इंजन को घुमाकर आगे जोड़ा गया। इसके बाद कर्मियों ने इंजन की मरम्मत की। टूटे पाइप व एंगिल कप को खोलकर हटाया। नए पा‌र्ट्स लगाए गए। हालांकि, इसमें एक सहायक ब्रेक पाइप व एंगिल कप से प्रेशर लीक करने लगा। इससे बोगी में प्रेशर नहीं बना। इससे एक ब्रेक पाइप को खोलकर हटा दिया गया। बाद में एक पाइप पर ही ट्रेन को रवाना कर दिया गया। इधर, कोचिंग डिपो के एक अधिकारी ने बताया कि लोको पायलट की सूचना पर इंजन को ठीक किया गया। कुछ पा‌र्ट्स लगाए गए हैं। सहायक ब्रेक पाइप काम नहीं किया। इससे एक ब्रेक पाइप पर ही ट्रेन को रवाना कर दिया गया।

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एक पाइप होने का खतरा

-एक पाइप होने पर सभी बोगियों का ब्रेक कमजोर हो गया।

-रोकने के लिए ब्रेक तो काम करेगा, लेकिन अपने आप ब्रेक रिलीज नहीं होगा।

-एक बार रोक कर दोबारा ट्रेन को चलाने के लिए 20 मिनट तक रोकना पड़ेगा।

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