एसी में सफर करने वालों को लगेगा जीएसटी का झटका

केएम राज, (जमालपुर) मुंगेर। यात्रियों के लिए यह खबर काफी मायने रखती है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jun 2017 03:00 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jun 2017 03:00 AM (IST)
एसी में सफर करने वालों को लगेगा जीएसटी का झटका
एसी में सफर करने वालों को लगेगा जीएसटी का झटका

केएम राज, (जमालपुर) मुंगेर। यात्रियों के लिए यह खबर काफी मायने रखती है। रेलवे एक बार फिर आपकी जेबें ढीली करने जा रही है। इस बार रेल किराया बढ़ाकर नहीं बल्कि जीएसटी की वजह वातानुकूलित के सभी क्लास में कुछ किराए में इजाफा होगा। अगर आप उमस वाली गर्मी में एसी बागी में सफर करने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके लिए आपको अतिरिक्त पैसे खर्च करने पड़ेंगे। पहली जुलाई से रेलवे का वातानुकूलित सफर थोड़ा और महंगा हो जाएगा। एसी चेयर कार और थर्ड एसी से फस्ट क्लास तक के यात्रियों को आधा प्रतिशत टैक्स और चुकाना होगा। जो वर्तमान के 4.5 फीसद के बजाय पूरे पांच प्रतिशत होगा। नई व्यवस्था जीएसटी गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स लागू होने के साथ प्रभावी होगी। इसे लेकर रेलवे ने कवायद शुरू कर दी है।

1 जुलाई से जीएसटी के दायरे में वैसे यात्री भी आएंगे जिन्होंने पहले से वातानुकूलित श्रेणी में रेल टिकट बुक करा रखा है। उन्हें भी जीएसटी लागू होने के बाद यात्री किराए का लगभग आधा फीसद टैक्स यात्र के दौरान चुकाना होगा। यह राशि टीटीइ सफर के दौरान वसूलेंगे। रेलवे के अनुसार वर्तमान में एसी के मुसाफिरों के किराए के 30 फीसद हिस्से पर ही 14.5 प्रतिशत टैक्स वसूला जाता है। जो कुल किराए का लगभग 4.5 प्रतिशत ही है। नई व्यवस्था लागू होने के बाद रेल किराए पर 5 फीसद की दर से टैक्स लिया जाएगा। इस तरह से एसी में सफर करने वाले रेल यात्रियों को आधा प्रतिशत ज्यादा टैक्स चुकाना होगा।

ठेकेदार सप्लायर और सर्विस प्रोवाइडर होंगे टर्मिनेट

जीएसटी को लेकर रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है। पूर्व रेलवे ने सूचना जारी कर दी है कि एक जुलाई से जीएसटी लागू हो रहा है। इस तिथि से रेलवे सभी सप्लायर, ठेकेदार और सर्विस प्रोवाइडर की सेवा तभी लेगी जब वे जीएसटी से निबंधित होंगे। मौजूदा ठेके को जारी रखने के लिए भी यह अनिवार्य होगा।

Xकोट

जीएसटी से रेलवे के एसी क्लास में आधा फीसद टैक्स ज्यादा लगेगा। पहले से टिकट लिए यात्रियों को एक जुलाई से बढ़े हुए टैक्स टीटीई रशीद देकर वसूलेंगे।

रवि महापात्रा, सीपीआरओ, पूर्व रेलवे कोलकाता।

chat bot
आपका साथी