सिर्फ लड़कियां ही रोक सकती हैं भ्रूण हत्या

मुंगेर । जागरण पहल एवं महिला विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में तारापुर आरएस कॉलेज के प

By Edited By: Publish:Fri, 26 Aug 2016 10:20 PM (IST) Updated:Fri, 26 Aug 2016 10:20 PM (IST)
सिर्फ लड़कियां ही रोक सकती हैं भ्रूण हत्या

मुंगेर । जागरण पहल एवं महिला विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में तारापुर आरएस कॉलेज के प्रांगण में सपनों को चली छूने कार्यक्रम का दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक डा. मेवालाल चौधरी ने अन्य सम्मानित अतिथियों के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। सम्मानित अतिथि के रूप में पूर्व विधायक नीता चौधरी, जिला परिषद् अध्यक्ष ¨पकी कुमारी, डीसीएलआर पुष्पेश कुमार, अवर निबंधक अजय कुमार, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी प्रमोद कुमार ¨सह, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शकील अहमद अंसारी, पूर्व प्राचार्य पुष्पेन्द्र कुमार ¨सह सहित पारामाउंट एकेडमी एआरएनएम उवि रणगांव, एमसी उवि शांतिनगर, उवि माधोडीह, उवि बिहमा, उवि तारापुर तथा आरएस कॉलेज के प्राचार्य मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों को बुके देकर किया गया।

स्वागत भाषण करते हुए प्राचार्य डॉ शकील अहमद अंसारी ने नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए छात्राओं को आगे आने का आह्वान किया। मुख्य अतिथि के भाषण के पहले कॉलेज की छात्राओ चांदनी, निधि, अस्मिता ने स्वागत गान किया। कार्यक्रम के संयोजक हरिओम मिश्र ने प्रारम्भ में सेमीनार के विषय को फोकस किया तथा विषय प्रवेश कराया एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया की उन्हें अपने सपनो को जमीं पर उतारना चाहिए । संस्था की हर संभव कोशिश है की नारी उत्थान के लिए प्रयत्न किये जाएं। प्रति 1000 पर जन्म के समय 926 है जो बाद में 920 बन जाती है। उन्होंने नारी पर हो रहे अत्याचारों को प्रतिकार करने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से दो छात्राओं का चयन कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए मंच मुहैया कराया जाएगा।

मुख्य अतिथि डॉ मेवालाल चौधरी ने कहा की अनुशासन जरुरी है। संस्कार की परिभाषा अनुशासन ही है। उन्होंने दैनिक जागरण के नारी सशक्तिकरण के मुहीम की तारीफ किया एवं कहा की इस तरह का कार्यक्रम आयोजित होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा की तुम बच्चियों के अंदर प्रतिभा है जरुरत है अपने को पहचानने की। आज अरुंधति राय, कल्पना चावला, किरण मजूमदार, किरण बेदी जैसी कई महिलाएं हैं जिन्होंने नारी होते हुए भी बुलंदियों को छुआ है। तुम बच्चियां भी वैसा या उससे भी आगे बढ़ सकती हो सिर्फ अपने को पहचानो। उन्होंने सलाह दिया की प्रत्येक प्रखंड में दो लड़कियो को ब्रांड अम्बेसडर बनाया जाए जो समाज के सामने आदर्श रख सके। उन्होंने प्रत्येक प्रखंड में एक मॉडल स्कूल बनाने के संकल्प को दुहराया एवं कहा की शिक्षित होना जरुरी है और शिक्षित होने के बाद ही लड़कियां अन्य समस्याओं से निजात पा सकेंगी। उन्होंने कहा की शिक्षा केवल किताबी नही बल्कि किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने पर है।

पूर्व विधायक नीता चौधरी ने कहा की कन्या भ्रूण हत्या समाज की कुरीति है। लड़कियां पहले पढाई पूरी करे फिर नौकरी प्राप्त करके ही शादी करें। आप जब शिक्षित होंगे तभी गर्भ में बच्चियो को नही मारेंगी। पुरुष की विकृत मानसिकता के कारण ¨लग भेद होता है एवं बच्चियो को पेट में मार दिया जाता है। जिसे शिक्षित होकर लड़कियां ही रोक सकती है। आज लड़कियां लड़कों से कदम से कदम मिलाकर चलती है।

डीसीएलआर पुष्पेश कुमार ने कहा की समाज में पहले महिलाओं की नकारात्मक छवि थी। सती प्रथा इसका ज्वलंत उदाहरण है। सरकार ने कानून बनाकर महिलाओं को पुरुषों के बराबर का अधिकार दिया है। जिससे स्थिति तेजी से बदल रही है। पूर्व प्राचार्य पुष्पेन्द्र कुमार ने कहा की हमारा परिवार पुरुष प्रधान है। हम लड़का और लड़की में विभेद करते हैं। हमारा यह कर्तव्य बनता है की हम नारी को आगे बढाने में सहयोग करें।

अवर निबंधक अजय कुमार ने कहा की भारत की आजादी के बाद महिलाओं को सशक्त करने के कई प्रयत्न किये गए हैं। जो अब मूर्त रूप ले रहा है। महिलाएं पुरुष की बराबरी कर रही है जो संतोष का विषय है। वही जिला परिषद् अध्यक्ष ¨पकी कुमारी ने कहा की महिलाओं की स्थिति अत्यंत ़खराब है। जिसमे आज भी सुधार की जरुरत है। अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी प्रमोद कुमार ¨सह ने लड़कियों के शिक्षा पर बल देते हुए इसे प्राथमिकता के आधार पर लेने को कहा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ दिनेश्वर ठाकुर रवि ने किया।

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