'वोट देंगे ना...', लोगों से पूछ रहा ये चार्ली चैप्लिन, मुंगेर से महाराष्ट्र तक लहरिया कट फिल्म अभिनेता की है चर्चा

लोकतंत्र के पर्व की रणभेरी बज चुकी है। सभी दल अपने-अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए नए-नए विकल्प खोज रहे हैं। वहीं भारत में कम मतदान हमेशा से चिंता का विषय रहा है। चुनाव के समय विभिन्न कारणों से मतदान के बहिष्कार की खबरें भी आती रहती हैं। मगर कुछ लोग हैं जो मतदान के महत्व को समझकर लोगों भी इसके लिए जागरूक कर रहे हैं।

By Rajnish Kumar Edited By: Yogesh Sahu Publish:Mon, 01 Apr 2024 07:25 PM (IST) Updated:Mon, 01 Apr 2024 07:25 PM (IST)
'वोट देंगे ना...', लोगों से पूछ रहा ये चार्ली चैप्लिन, मुंगेर से महाराष्ट्र तक लहरिया कट फिल्म अभिनेता की है चर्चा
'वोट देंगे ना...', लोगों से पूछ रहा ये चार्ली चैप्लिन, मुंगेर से महाराष्ट्र तक लहरिया कट फिल्म अभिनेता की चर्चा

HighLights

  • लोकतंत्र के महापर्व में सहभागिता का उल्लास
  • महाराष्ट्र के दिंडोशी विधानसभा क्षेत्र में स्वीप आइकान हैं राजन

रजनीश, मुंगेर। चुनाव आयोग से लेकर सामाजिक संगठन और व्यक्तिगत रूप से भी कुछ लोग मतदान के महत्व को बताते हुए लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। पंजाब और उत्तर प्रदेश के ऐसे ही उदाहरणों के बाद आइए आपको बिहार के उस शख्स से मिलाते हैं जो इस काम में जुटा हुआ है।

दरअसल, बिहार के मुंगेर जिला निवासी राजन चार्ली चैप्लिन के वेश में मतदान के लिए प्रति जागरूकता का यह अभियान चलाते हैं। गंगटा मोड़ स्थित चाय की चौपाल पर राजन पहुंचते हैं और चाय पी रहे एक बुजुर्ग से कहते हैं- इस बार वोट देंगे ना। बुजुर्ग के इनकार करने पर वह उन्हें मतदाता की शक्ति के बारे में बताते हैं।

कुछ देर बातचीत करने पर बुजुर्ग सहमत हो जाते हैं और कहते हैं कि अबकी अवश्य वोट करेंगे। मुंगेर के राजन मुंगेर से लेकर मुंबई तक के मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं। यह जिम्मेदारी उन्हें भारत निर्वाचन आयोग ने सौंपी है।

लगातार छह साल से अभियान जारी

चार्ली चैप्लिन टू के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराने और अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहचान बना चुके मुंगेर के बंबर गांव निवासी युवा कलाकार राजन कुमार छह वर्ष से लगातार जिले के वोटरों को जागरूक कर रहे हैं। मतदान नहीं करने वालों को वे मतदान का महत्व बताते हैं।

इसका फलाफल भी पंचायत, नगर निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में दिख रहा है। न सिर्फ वोट प्रतिशत बढ़ा, बल्कि मतदान के प्रति अशिक्षित लोगों में रुझान भी बढ़ा है। उनके इस कार्य को देखते हुए मुंगेर जिला प्रशासन लगातार चुनाव आइकान के रूप में नामित कर रहा है। राजन को इस बार भारत निर्वाचन आयोग ने भी आइकान बनाया है।

महाराष्ट्र में मिला स्वीप आइकान

इस बार उन्हें महाराष्ट्र के 159 दिंडोशी विधानसभा क्षेत्र का स्वीप आइकान भी बनाया गया है। राजन ने बताया कि निर्वाचन आयोग के आइकान के रूप में वह पिछले छह वर्ष से काम कर रहे हैं। उन्होंने इसकी आनलाइन ट्रेनिंग ली थी।

वहां वोटरों को जागरूक करने के तरीकों के बारे में बताया गया। चुनाव के दौरान मतदाताओं की निर्वाचन में अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए आइकान की नियुक्ति की जाती है। यहां वह सभी धर्मों के परिधानों में जाकर वोटरों को जागरूक कर रहे हैं।

युवाओं बीच आकर्षण का केंद्र

विशेष रूप से पहली बार मतदान करने वाले युवाओं के बीच राजन कुमार आकर्षण का केंद्र हैं। राजन ने फिल्म, थिएटर और दूसरी सामाजिक गतिविधियों से मुंगेर का नाम रोशन किया है। भारत सहित विश्व के कई देश और शहरों जैसे अमेरिका, लंदन, श्रीलंका और नेपाल में भी अपना शो कर चुके राजन की ख्याति अंतरराष्ट्रीय फलक तक पहुंच चुकी है।

चार्ली चैप्लिन के किरदार को जीवंत करने के कारण उन्हें देश-विदेश में कई पुरस्कार मिल चुके हैं। राजन के पिता लक्ष्मण प्रसाद सिंह किसान हैं और माता सुनीता सिंह गृहिणी। इन्होंने कई फिल्में व लघु फिल्में भी बनाई हैं।

यहां तक कि कुछ फिल्मों में राजन ने मुख्य किरदार भी निभाया है। मुंगेर में फिल्म निर्माता नीतीश कुमार गुंजन के साथ ही उन्होंने कई फिल्में की हैं। 'नमस्ते बिहार' और 'लहरिया कट' इनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्में रही हैं।

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