आधी से अधिक आबादी को नहीं मिला नल-जल योजना का लाभ

- गाजीपुर पंचायत के 13 वार्ड में 12 हजार आबादी जिसमें साढ़े छह हजार मतदाता - पंचायत के 6

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Dec 2019 05:54 PM (IST) Updated:Wed, 04 Dec 2019 05:54 PM (IST)
आधी से अधिक आबादी को नहीं मिला नल-जल योजना का लाभ
आधी से अधिक आबादी को नहीं मिला नल-जल योजना का लाभ

- गाजीपुर पंचायत के 13 वार्ड में 12 हजार आबादी जिसमें साढ़े छह हजार मतदाता

- पंचायत के 60 प्रतिशत घरों तक नहीं पहुंचा योजना का पानी संवाद सूत्र, तारापुर (मुंगेर) : सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल से जल योजना है। इसे पंचायत के वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को करना है। जिन वार्डो में पानी की गुणवत्ता सही नहीं है। वहां पीएचईडी को दायित्व दिया गया है। सरकार द्वारा पंचायत के सभी वार्ड में 2019-20 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित है। योजना के प्रति सरकार गंभीर है। लेकिन इस योजना का सबसे बुरा हाल प्रखंड के गाजीपुर पंचायत का है। यह राजनीतिक, प्रशासनिक और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। अनुमंडल व प्रखंड के सभी कार्यालय इसी पंचायत के सीमाधीन हैं। पंचायत में 13 वार्ड हैं। जिसकी आबादी 12 हजार के लगभग है। जबकि मतदाता साढ़े छह हजार हैं। मुखिया के अलावे एक पंचायत समिति सदस्य भी निर्वाचित होते हैं। इस पंचायत का जिला परिषद में प्रतिनिधित्व करने वाली पिकी कुमारी शुरू के दो वर्षों में जिला परिषद की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। पंचायत में पानी गुणवत्तापूर्ण नहीं होने से इसके वार्ड संख्या एक, दो, तीन, चार, पांच, छह, सात, दस और ग्यारह में पीएचईडी को कार्य मिला है। जबकि वार्ड आठ, नौ, बारह एवं तेरह में वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को कार्य करना है। पीएचईडी विभाग के विभागीय अभिकर्ता मृत्युंजय कुमार ने कहा कि कब्रिस्तान में पूर्व से एक करोड़ से अधिक लागत का टंकी वर्षो पूर्व बना था। परंतु बोरिग सही नहीं रहने के कारण चालू नहीं हो पाया है। नलजल योजना के तहत पीएचईडी वार्ड एक से सात, ग्यारह एवं बारह तक के सभी घरों को उसी पूर्व निर्मित टंकी के माध्यम से पानी देगा। विभाग द्वारा उस आसपास में बोरिग के लिए जमीन मांगी गई है, जो अभी तक अनुपलब्ध है। वार्ड 10 में बोरिग हो चुका है तथा टंकी की संरचना बनाई जा रही है। परंतु पाइप बिछाने का कार्य शुरू नहीं हो सका है।

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