हड़ताल पर रहे चिकित्सक, परेशान हुए मरीज

- चिकित्सकों ने भोजपुर डीएम पर कार्रवाई करने की मांग की जेएनएन, मुंगेर : भोजपुर डीएम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 09:22 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 09:22 PM (IST)
हड़ताल पर रहे चिकित्सक, परेशान हुए मरीज
हड़ताल पर रहे चिकित्सक, परेशान हुए मरीज

- चिकित्सकों ने भोजपुर डीएम पर कार्रवाई करने की मांग की

जेएनएन, मुंगेर : भोजपुर डीएम द्वारा चिकित्सकों के साथ किए गए दु‌र्व्यवहार के विरोध में डॉक्टरों ने बुधवार को हड़ताल किया। चिकित्सकों के राज्यव्यापी हड़ताल का जिला में व्यापक असर देखा गया। जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंडों तक स्वास्थ्य सेवा ठप होकर रह गई। चिकित्सक की हड़ताल पर रहने से मरीज को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। नौवागढ़ी के मनोज कुमार को सड़क दुर्घटना में जख्मी होने के कारण इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। दो घंटे बाद मनोज का उपचार हुआ। चिकित्सक की हड़ताल के कारण दवा काउंटर, ओपीडी, निबंधन काउंटर आदि भी बंद दिखे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इमरजेसी वार्ड में गंभीर रोगी के इलाज के लिए एक डाक्टर को तैनात किया गया था। वहीं, सदर अस्पताल में मरीजों को निबंधन पर्ची भी नहीं दी जा रही थी। इधर सदर असप्ताल के उपाधीक्षक डा. राकेश कुमार ¨सहा ने कहा कि निबंधन और दवा काउंटर खोलने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद भी काउंटर बंद रहने की बात सामने आई है, तो मामले की जांच की जाएगी।

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कहते हैं मरीज

हेरूदियारा के मनोज यादव, दिलावरपुर के साजीद , लल्लू पोखर के विनय कुमार, शोभा देवी, आरती कुमारी आदि ने कहा कि भोजपुर में चिकित्सक के साथ हुई घटना दुखद है। लेकिन, हड़ताल के नाम पर मरीजों को परेशान किया जाना भी सही नहीं हे।

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जा सकते हैं चिकित्सक अनिश्चतकालिन हड़ताल पर

डाक्टरों ने कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गई, तो सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ठप कर दी जाएगी। आइएमए ने सरकार से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की।

हवेली खड़गपुर : भोजपुर डीएम द्वारा सदर अस्पताल के चिकित्सकों के साथ मारपीट व दु‌र्व्यवहार किए जाने के विरोध में बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के आह्वान पर हवेली खड़गपुर में चिकित्सकों ने एक दिवसीय हड़ताल कर दिया। हड़ताल के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह बाधित रही। अस्पताल परिसर के दवा काउंटर बंद रहे। दूरदराज से मरीज आए तो जरूर लेकिन ओपीडी सेवा बंद रहने उन्हें वापस घर लौटना पड़ा। गोबड्डा निवासी पूर्णिमा देवी, संयुक्ता देवी, राम लखन ¨सह, संजय तांती आदि ने बताया कि हम लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी। इलाज के लिए यहां पहुंचे थे। अब बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।

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जमालपुर : बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा संगठन के जिला इकाई के सचिव डॉ जगत प्रसाद ने एक दिवसीय हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि भोजपुर में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रें¨सग में द्वारा सभी चिकित्सकों को बुलाया गया था, जो चिकित्सक इमरजेंसी ड्यूटी में सदर अस्पताल में तैनात थे। वह इस वीडियो कॉन्फ्रें¨सग में नहीं आ सके थे, जिस पर क्रोधित होते हुए जिलाधिकारी ने अपने अंग रक्षकों द्वारा अस्पताल भेज सभी चिकित्सकों को जबरन अपने गोपनीय शाखा में बुला कर उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनकी पिटाई की। जो काफी ¨नदनीय है। बिहार स्वास्थ्य सेवा संगठन इसका पुरजोर विरोध करते हुए एक दिवसीय हड़ताल का निर्णय किया। डॉक्टर जगत प्रसाद ने कहा कि हम लोग मुख्यमंत्री से यह मांग करते हैं कि चिकित्सकों की एक टीम गठित कर जिलाधिकारी के मानसिक संतुलन की जांच कराएं और अभिलंब उन पर कार्रवाई करते हुए उन्हें जिला से हटाएं।

तारापुर : अनुमंडलीय अस्पताल तारापुर में बुधवार को ओपीडी पूरी तरह बंद रहा। जबकि आपातकाल सेवा चालू रही। वहीं ओपीडी बंद रहने से इलाज कराने आए सैकड़ों मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक बीएन ¨सह ने कहा कि भोजपुर में डीएम द्वारा चिकित्सक की पिटाई किए जाने के विरोध में संघ के द्वारा बंद का आह्वान किया गया था।जिसके आलोक में ओपीडी बंद रहा।

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