सुपौल और मधेपुरा में खुलेंगे रेल थाने

सहरसा। जल्द ही कोसी क्षेत्र के सुपौल और मधेपुरा में अलग रेल थाना खुलेगा। पहले सहरसा में ही

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Jan 2018 12:46 AM (IST) Updated:Thu, 18 Jan 2018 12:46 AM (IST)
सुपौल और मधेपुरा में खुलेंगे रेल थाने
सुपौल और मधेपुरा में खुलेंगे रेल थाने

सहरसा। जल्द ही कोसी क्षेत्र के सुपौल और मधेपुरा में अलग रेल थाना खुलेगा। पहले सहरसा में ही इन दोनों जिले के रेल क्षेत्र की प्राथमिकी दर्ज होती थी, जिसको लेकर इन जगहों पर रेल थाना खोलने की योजना बनाई गई है। जबकि सहरसा सहित अन्य जगहों पर रेल थाने को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर नए भवन के लिए जमीन चिह्नित करने का काम शुरू हो गया है।

रेल एसपी ने इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के मंडल रेल प्रबंधक को पत्र लिखकर रेल थाने को जमीन आवंटित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने हर जंक्शन स्टेशन पर 30 गुणा 20 मीटर जमीन देने की जरूरत जतायी है। रेलवे में बढ़ती यात्रियों की संख्या के मद्देनजर रेल पुलिस ने भी अपने संसाधन की क्षमता को बढ़ाना शुरू कर दिया है। रेल पुलिस प्रशासन ने मंडल रेल प्रबंधक को लिखे पत्र में 12 रेलवे स्टेशनों पर रेल थाना का भवन बनाने के लिए निर्धारित साइज में जमीन आवंटित करने का आग्रह किया गया है। जिसके तहत रेल पुलिस ने सहरसा इंजीनिय¨रग विभाग को इस संबंध में पत्र निर्गत करते हुए जमीन चिह्नित करने की बात कही है।

हर रेल थाना का बनेगा दो मंजिला भवन

सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, बनमनखी, मानसी, बिहपुर, नवगछिया, बेगूसराय, किशनगंज, बरौनी, बिहपुर, खगडिया सहित 12 स्टेशनों पर रेल थाना का दो मंजिला भवन बनेगा। इस दिशा में रेलवे जमीन आवंटित करेगी। इसके बाद चिह्नित स्थल पर ही रेल थाना का भवन बनेगा। जिसमें थाना के अलावा रेल पुलिस पदाधिकारी के लिए क्वाटर, पुरुष-महिला हाजत, प्रतीक्षालय सहित अन्य कमरा का निर्माण होगा। इसके लिए हर थाना भवन निर्माण पर एक करोड़ तीन लाख रूपये खर्च किए जाएंगे। हर थाना भवन जी प्लस टू या जी प्लस थ्री बनेगा। रेल अधिकारियों की मानें तो खगडि़या व बरौनी में रेल थाना का नया भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।

कोट

सुपौल एवं मधेपुरा में रेल थाना खुलेगा। साथ ही सभी जगहों पर रेल थाना के लिए जमीन आवंटित करने के लिए मंडल रेल प्रबंधक से अनुरोध किया गया है। जमीन मिलते ही भवन निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। भवन बनाने के लिए निधि आवंटित है।

-उमाशंकर प्रसाद, रेल एसपी, कटिहार

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