खानकाह रहमानी के सज्जादानशीं बने फैसल रहमानी, हुई ताजपोशी

मुंगेर । खानकाह रहमानी के मरहूम गद्दीनशीं हजरत मौलाना मु. वली रहमानी की वसीयत के मुताबिक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 09:18 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 09:18 PM (IST)
खानकाह रहमानी के सज्जादानशीं बने फैसल रहमानी, हुई ताजपोशी
खानकाह रहमानी के सज्जादानशीं बने फैसल रहमानी, हुई ताजपोशी

मुंगेर । खानकाह रहमानी के मरहूम गद्दीनशीं हजरत मौलाना मु. वली रहमानी की वसीयत के मुताबिक उनके बड़े पुत्र अहमद वली फैसल रहमानी की सज्जादानशीं के ओहदे पर शुक्रवार को ताजपोशी की गई। ताजपोशी समारोह बड़े पैमाने पर होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए पूरी सादगी के साथ खानकाह परिसर स्थित मस्जिद में ताजपोशी की रस्म अदा की गई। यह रस्म वली रहमानी के बेहद करीबी रहे मौलाना उमरैन रहमानी के नेतृत्व में पूरी कराई गई।

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अहमद वली फैसल रहमानी अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से आइटी में कॉलेज टॉप किया। इसके बाद उसी यूनिवर्सिटी में लेक्चरर भी बने। ऑपरेशन मैनेजमेंट के ओहदे पर रहते हुए दर्जनों आर्गेनाइजेशन में अहम भूमिका भी निभा चुके हैं। कई मल्टीनेशनल कंपनियों में बड़े पदों पर रहे। मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी एक प्रतिष्ठित अमेरिका संस्थान के डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटजिक प्ररोजेक्ट भी रह चुके है। इसके अलावा उन्होंने ओरेकल, एडोब, पैसिफिक गैस एंड इलेक्ट्रिक, ब्रिटिश पेट्रोलियम और डिजनी जैसी कंपनियों में विभिन्न जिम्मेवारियां निभाई हैं। हजरत वली फैसल रहमानी ने इस्लामिक और अरबी की तालीम मिश्र के कई इदारों में हासिल की।

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नई जिम्मेदारिया :

मरहूम मौलाना वली रहमानी के बाद अब खानकाह रहमानी , जामिया रहमानी और रहमानी फाउंडेशन को नई बुलंदियों पर पहुंचाने की जिम्मेवारी फैसल रहमानी पर होगी। फैसल लंबे समय तक अमेरिका की सरजमीं पर खिदमत देने के बाद मुंगेर जिला अपने पिता की विरासत और रियासत के उत्तराधिकारी हुए हैं। जो अरबी, अंग्रेजी की अच्छी समझ के साथ दीनी और दुनियावी तालीम दोनों में योग्यता रखते हैं।

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इनसे हैं कई उम्मीदें

खानकाह रहमानी के खिदमतगार सह जामिया रहमानी के प्रवक्ता इम्तियाज रहमानी ने कहा कि मुझे यह कहते हुए फक्र हो रहा है कि मौलाना वली रहमानी की वफात के बाद कौम और मिल्लत की पेशानी पर जो फीक्र की लकीर थी। उस लकीर की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। बस जरूरत है जितना मरहूम मौलाना वली रहमानी के कदम से कदम मिलाकर मिल्लत के साथ लोग चलते थे। उसी रवानी को बनाए रखा जाएं। फैसल रहमानी हजरत के सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाएंगे, यह हमारी दुआ है।

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ताजपोशी में परदादा का इमामा और दादा का एबा पहनाया गया

फैसल रहमानी की पांचवें सज्जादानशी के तौर पर ताजपोशी हुई। उन्हें परदादा हजरत मौलाना अली मुंगेरी का इमामा बांधकर और दादा मौलाना मिन्नतुल्ला रहमानी का एबा पहनाकर हजरत मुंगेरी की गद्दी पर बिठाया गया।

इस अवसर पर मौलाना उमरैन रहमानी, मौलाना हारूण रशीद, मौलाना हसिबुर रहमान के अलावा अमीर ए शरियत मौलाना यूसुफ अली, कर्नाटक के अमीर ए शरीयत मौलाना सगीर अहमद रशादी मौजूद थे।

----------- ताजपोशी पर दी गई मुबारकबाद

शुक्रवार को अहमद वली फैसल रहमानी की पांचवें सज्जादानशीं के तौर पर ताजपोशी हुई। पूर्व सांसद डॉ. मोनाजिर हसन ने मुबारकबाद देते हुए मेरी खुदा से यही दुआ है कि हजरत वली रहमानी साहब के नेक कार्यों को आगे बढ़ाएं। पूर्व विधान पार्षद डॉ. तनवीर हसन ने अहमद वली फैसल रहमानी की ताजपोशी पर मुबारकबाद देते हुए कहा कि जिस तरह हजरत वली रहमानी साहब से जिस तरह मुंगेर ही नहीं बेगूसराय, खगड़िया , भागलपुर, लखीसराय और बिहार के अन्य जिला के लोगों को उनसे उम्मीदें थी, यह भी उनके सपनों को पूरा करेंगे। जफर अहमद, उर्दू तंजीम के अध्यक्ष वजीह अहमद आजाद ने भी मुबारकबाद दी।

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