लौहनगरी में फिर से तेज हुआ सूदखोरी का कारोबार

- सूदखोरी के धंधे ने ली कई रेलकर्मियों की जान संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : मुंगेर। लौहनग

By Edited By: Publish:Thu, 02 Jul 2015 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2015 09:37 PM (IST)
लौहनगरी में फिर से तेज हुआ सूदखोरी का कारोबार

- सूदखोरी के धंधे ने ली कई रेलकर्मियों की जान

संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) :

मुंगेर। लौहनगरी में एक बार फिर सूदखोरी का कारोबार परवान चढ़ने लगा है। सूदखोर गरीब मजदूर, शिक्षित बेरोजगार व रेलकर्मियों की जरूरत को भांपते रहते हैं। जरूरत पड़ने पर उंचे ब्याज दर पर कर्ज देकर ऐसे लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं। एक बार सूदखोरों के गिरफ्त में फंसने के बाद लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। वहीं, बाद में कर्ज और ब्याज नहीं लौटाने पर सूदखोर हत्या कराने से भी बाज नहीं आते हैं। बताते चलें कि शहर में अभी तक सूदखोरी के धंधे के कारण कई लोगों की हत्या हो चुकी है। जिसमें कुछ सूदखोर अब भी जेल की सलाखों के अंदर हैं, तो कई सफेदपोश सूदखोर अब भी खुलेआम बाहर घूम रहे हैं। ऐसे सूदखोर अब भी लोगों को अपने जाल में फांस रहे हैं। समय रहते जिला पुलिस व रेल प्रशासन ने सूदखोरों पर अंकुश लगाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर, सूदखोरों की चहल-कदमी साफ तौर पर कारखाना गेट, बैंक परिसर में महीने की एक से दस तारीख तक देखा जा सकता है। सूदखोर वेतन निकासी कर बाहर निकलने वाले रेलकर्मियों से मोटी रकम ब्याज के रूप में वसूल लेते हैं। शेष राशि के जरिये रेलकर्मी किसी तरह पूरे महीने का खर्च चलाते हैं। बीच में कोई जरूरत आने पर फिर से रेलकर्मी सूदखोरों के दरवाजे तक पहुंच जाते हैं। इधर, स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कहा कि अवैध रूप से सूदखोरी का धंधा चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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