स्वास्थ्य महकमे की खामियों पर बिफरे डीएम

सबहेड - अधिकारियों को बैठक में होमवर्क कर आने को कहा क्रॉसर : - कालाजार को लेकर ज्यादा से ज्या

By Edited By: Publish:Tue, 21 Apr 2015 06:19 PM (IST) Updated:Tue, 21 Apr 2015 06:19 PM (IST)
स्वास्थ्य महकमे की खामियों पर बिफरे डीएम

सबहेड - अधिकारियों को बैठक में होमवर्क कर आने को कहा

क्रॉसर :

- कालाजार को लेकर ज्यादा से ज्यादा फैलाया जाए जागरूकता

- माइक्रो प्लान बनाकर स्वास्थ्य केंद्रों का किया जाए नियमित निरीक्षण

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जागरण संवाददाता, मुंगेर : बैठक में आने से पहले अपने-अपने कार्यो व दायित्वों के गतिविधियों का होमवर्क कर लें। यहां आकर बैठक में कार्यान्वयन में होने वाली समस्याओं पर परिचर्चा न करें। यह बातें जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने मंगलवार को समाहरणालय में स्वास्थ्य टॉस्क फोर्स की बैठक में कही। जिलाधिकारी स्वास्थ्य कर्मियों व अधिकारियों के कामकाज की शैली पर जमकर बिफरे। उन्होंने कहा कि यहां हमें सिर्फ वही मामले बताएं जहां कार्यान्वयन में परेशानी हो रही है। बैठक में आकर अपने कनिष्ठ सहयोगियों से रिपोर्ट न लें। यह काम पहले से पूरा होना चाहिए। बैठक में सिविल सर्जन रामेश्वर महतो, डीपीएम नसीम खान, सभी सीडीपीओ, हेल्थ मैनेजर और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

मार्च-अप्रैल में प्रखंड स्तर के टास्क फोर्स की नगण्य गतिविधि, खड़गपुर में लैंड माइंस बिछे होने के कारण नियमित टीकाकरण नहीं होने से, धरहरा के पैसरा में पल्स पोलियों का काम नहीं होने के कारण जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। इसके अलावा बिंदी मार्किंग के लिए सभी सीडीपीओ को आंगनबाड़ी सेविका को निर्देश देने को कहा गया। वहीं पल्स पोलियों में छूटे हुए नए बच्चों को खुराक देने पर भी चर्चा हुई।

कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता अभियान की आवश्यकता :

जिला के कुल 9 पीएचसी में छह पीएचसी कालाजार प्रभावित क्षेत्र में हैं। इसके तहत 42 गांव प्रभावित हैं। इस साल पूरे जिले में पांच कालाजार के मरीज पाए गए। इसमें बरियारपर से तीन, हवेली खड़गपुर से एक और जमालपुर से एक रोगी पाए गए। जिलाधिकारी ने इन क्षेत्रों में प्रभावी जागरूकता अभियान चलाने को कहा। उन्होंने पूछा कि कहां-कहां इसके बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। इस पर संबंधित अधिकारी ने गोल-मोल जवाब दिया।

डीडीटी छिड़काव होने वाले घरों की संख्या बढ़ाएं :

बैठक में डीडीटी छिड़काव में तेजी लाने व ज्यादा से ज्यादा घरों को कवर करने का डीएम ने निर्देश दिया। डीएम ने सदर प्रखंड व शहरी इलाकों में छिड़काव कम होने संबंधी कारण पूछा। इस बारे में संबंधित अधिकारी ने बताया कि पक्के घरों में व शहरी क्षेत्रों में घर गंदा होने के डर से लोग छिड़काव नहीं करवाते हैं। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि वैसे घरों से यह लिखवा लें कि उन्होंने स्वेच्छा से छिड़काव नहीं करवाया। साथ ही उन्हें यह भी बता दें कि छिड़काव नहीं करवाने के कारण उससे होने वाले दुष्परिणामों के जिम्मेदार वह खुद होंगे।

इसके अलावा कालाजार के लिए उत्तरदायी बालू मक्खी के पनपने के स्थानों पर विशेष रूप से छिड़काव करने का निर्देश दिया गया।

42 बिंदूओं पर हो निरीक्षण कार्य :

डीपीएम ने बैठक में प्रधान सचिव के पत्र को पढ़कर सुनाया। इस पत्र के माध्यम से सीएस को नोडल पदाधिकारी बनाकर अस्पतालों व स्वस्थ्य केंद्रों के नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए 42 बिंदू निर्धारित किए गए हैं। उसी पर निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इस पर प्रभावी तरीके से माइक्रो प्लान बनाकर जिलाधिकारी ने काम करने का सुझाव दिया। साथ ही एक नई योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू की गई है। इसके तहत स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस मिलकर माइक्रो प्लान बनाकर काम करेंगे।

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