शॉर्टकट अपनाने से नहीं मिलेगी सफलता: आकांक्षा

एआईईई(ऑल इंडिया इंजीनिय¨रग इंट्रेंस एग्जामिनेशन) में सफलता का परचम लहरा चुकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर आकांक्षा कुमारी का कहना है कि सेल्फ स्टडी,कड़ी मेहनत तथा ²ढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत प्रथम प्रयास में ही एआईईईई में सफलता प्राप्त की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Jan 2019 10:02 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jan 2019 10:02 PM (IST)
शॉर्टकट अपनाने से नहीं मिलेगी सफलता: आकांक्षा
शॉर्टकट अपनाने से नहीं मिलेगी सफलता: आकांक्षा

मधुबनी। एआईईई(ऑल इंडिया इंजीनिय¨रग इंट्रेंस एग्जामिनेशन) में सफलता का परचम लहरा चुकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर आकांक्षा कुमारी का कहना है कि सेल्फ स्टडी,कड़ी मेहनत तथा ²ढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत प्रथम प्रयास में ही एआईईईई में सफलता प्राप्त की।

ऐसे करें इंजीनिय¨रग प्रवेश परीक्षा की तैयारी- इंजीनियर बन कर भविष्य संवारने का सपना पाल रखने वाले छात्र-छात्राओं ई आकांक्षा ने सलाह दी कि एनसीईआरटी की 12वीं कक्षा की भौतिकी, गणित तथा रसायन विज्ञान विषयों का गहन अध्ययन करें। आइएससी की परीक्षा पास करने के बाद इंजीनिय¨रग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करना बेहतर विकल्प है। ऐसा करने से परीक्षार्थी पर मानसिक दबाव कम रहता है। जिससे आइएससी में उत्तम अंक प्रतिशत तो हासिल होंगे ही। साथ ही प्रिपरेशन के दौरान इंजीनिय¨रग से जुड़े विषयों पर गहरी पकड़ भी बनेगी। प्रतियोगी क्वेश्चन बैंक समेत कोर्स से जुड़े हर विषय का गहन अध्ययन व अभ्यास करें। जिसका सीधा लाभ इंजीनिय¨रग इंट्रेंस एग्जामिनेशन में मिलेगा। ई आकांक्षा ने कहा कि इंट्रेंस एग्जाम में शार्टकट की कोई जगह नहीं होती। यदि प्रतियोगी छात्र-छात्रा ²ढ़ इच्छाशक्ति,लगन तथा कड़ी मेहनत करें,तो सफलता उनके कदम चूम कर रहेगी।

सन्देश- ई. आकांक्षा कुमारी इंजीनिय¨रग इंट्रेंस एग्जाम की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं को सन्देश दिया है कि फिजिक्स,केमिस्ट्री तथा मैथ का गहन अध्ययन करें। गाइड पर निर्भर नहीं रहें। परीक्षा में लिखने की स्पीड बढ़ाने के वास्ते नियमित अभ्यास करें। टेक्स्ट बुक तथा सेलेबस का अध्ययन भी जरूरी है। प्रतियोगी पत्रिकाओं को नियमित पढ़ना लाभकारी होगा। निश्चित सफलता को ले सकारात्मक सोच बनाये रखें।

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