शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर ले आई ऑनलाइन सुविधा

मधुबनी। महानगरों के बड़े-बड़े शिक्षण संस्थानों ने छोटे-छोटे शहरों के अपने छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था की सुविधा दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Apr 2020 01:12 AM (IST) Updated:Tue, 28 Apr 2020 06:14 AM (IST)
शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर ले आई ऑनलाइन सुविधा
शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर ले आई ऑनलाइन सुविधा

मधुबनी। महानगरों के बड़े-बड़े शिक्षण संस्थानों ने छोटे-छोटे शहरों के अपने छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था की सुविधा दी। लॉकडाउन में शिक्षा व्यवस्था को पटरी से नहीं उतरने की दिशा में सरकारी सरकारी विद्यालयों के बच्चों के लिए स्तर दूरदर्शन चैनल पर शिक्षा को बढ़ावा दिया गया। वहीं निजी स्कूलों ने भी लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू की।

लॉकडाउन से पहले तक बच्चों को मोबाइल से दूर रखनेवाले स्वजन खुद उन्हें मोबाइल दे रहे हैं। ताकि, ऑनलाइन क्लास की सुविधा का लाभ मिल सके। लॉकडाउन की परिस्थिति में पढ़ाई के लिए ऑनलाइन सुविधा समय की मांग बन गई है। हालांकि, जिले के कुछ ही निजी स्कूल ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा प्रदान कर रहा है। आने वाले दिनों में जिले के अन्य निजी स्कूलों द्वारा भी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की जाएगी।

नजरअंदाज नहीं किया जा सकता ऑनलाइन पढ़ाई के फायदे

लॉकडाउन से ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा बहाल करने वाले शहर से सटे जीवछ चौक स्थित रीजनल सेकेंडरी स्कूल के निदेशक डॉ. आरएस पांडेय ने बताया कि स्कूल के बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन सुविधा बहाल करने से बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित नहीं हो रहा है। नियमित रूप से स्कूल के विभिन्न विषयों के शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन क्लास के माध्यम से स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कारई जा रही है। इधर, पोल स्टर के निदेशक कैलाश भारद्वाज ने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई के प्रति बच्चों का सकारात्मक रुझान बढ़ा है। यह कई मायनों में बच्चों के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है। इससे बच्चे घर पर रहते हुए स्वजनों के समक्ष पढ़ाई में अपनी काबिलियत दिखा सकते है। लॉकडाउन में बच्चों को स्कूल आने-जाने वाले समय की बचत हो रही है। बच्चों के स्वजन से भी बहुत कुछ अनुभव का लाभ हो रहा है। वहीं शहर से सटे माधोपुर स्थित विवेकानंद मिशन विद्यापीठ के निदेशक श्रवण पूर्वे ने बताया कि यह बात अलग है कि ऑनलाइन पढ़ाई पर डाटा का खर्च बढ़ गया। मगर, इसके फायदे को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। विद्यापीठ के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई में हरसंभव सहयोग किया जा रहा है। इससे बच्चे भी काफी खुश है। स्टेडियम रोड स्थित आइपीएस के प्राचार्य ठाकुर नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि लॉकडाउन से स्कूल के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा बहाल होना शिक्षा को बेहतर बनाने में सहायक साबित होगा। ऑनलाइन पढ़ाई के साथ-साथ चित्रकला सहित अन्य प्रतियोगिता का आयोजन भी बच्चों के लिए रोचक साबित हो रहा है। इधर, जिले के घोघरडीहा स्थित अंबिका पब्लिक स्कूल के निदेशक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए काफी उपयोगी साबित हो रहा है। इससे पठन-पाठन के साथ-साथ बच्चों में मानव मूल्य शिक्षा में बढ़ोतरी होगी।

जिला मुख्यालय से दूर फुलपरास में संस्कार भारती ग्लोबल स्कूल ने दीक्षा व ई-पाठशाला के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई सुविधा प्रदान की। निदेशक डॉ. विजय रंजन के अनुसार इसके लिए शिक्षकों को भी ट्रेंड किया गया। इसके बाद बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर कोर्स को पूरा कराया गया। इस सुविधा के कारण बच्चों के समय की बचत भी हुई। लॉकडाउन इस तरह से ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा का आविष्कारक बन गया।

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