कृषि वैज्ञानिक गांवों में जाकर देंगे कृषकों को जानकारी : मंत्री

मिथिला विद्वानों की धरती है। कालीदास, विद्यापति, उच्चैठ की पवित्र धरती पर आकर मैं धन्य हूं। उक्त बातें सूबे के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, चानपुरा में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में कही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Dec 2017 03:00 AM (IST) Updated:Mon, 11 Dec 2017 03:00 AM (IST)
कृषि वैज्ञानिक गांवों में जाकर देंगे कृषकों को जानकारी : मंत्री
कृषि वैज्ञानिक गांवों में जाकर देंगे कृषकों को जानकारी : मंत्री

मधुबनी। मिथिला विद्वानों की धरती है। कालीदास, विद्यापति, उच्चैठ की पवित्र धरती पर आकर मैं धन्य हूं। उक्त बातें सूबे के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, चानपुरा में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में कही। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी का सपना है कि किसानों को आíथक स्थिति से मजबूत एवं खुशहाल बनाया जाए। कृषि वैज्ञानिक गांवों में जाकर किसानों को खेती के संबंध में तकनीकी प्रशिक्षण देंगे। सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मिथिला के पुत्र डा. एसके चौधरी शिक्षा, कृषि, पशुपालन सहित अन्य क्षेत्रों में प्रशसनीय कार्य कर रहे हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से किसानों के उत्थान व विकास एवं खुशहाल बनाने के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। वहीं यूक्रेन के रजदूत डा. आइगोर पोलिखा ने कहा कि भारत और यूक्रेन के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का कार्य जल्द ही शुरू होगी। भारत कृषि प्रधान देश है। मिथिला की सांस्कृति व भाषा सर्वश्रेष्ठ है। यहां के युवा उर्जावान हैं। एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा कृषि में उद्यमिता विकास की संभावना विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार से यहां के कृषकों को काफी लाभ मिलेगा। भारत के आíथक वृद्धि असाधारण ढंग से हो रही है। कुछ दिनों पूर्व तक आíथक क्षेत्र में भारत विश्व में 14वें स्थान पर था वहीं आज विश्व में सातवें स्थान पर है। लिथुआनिया के वैज्ञानिक डा. जीता ने कहा कि लिथुआनिया तथा भारत में काफी निकटता हैं। एसके चौधरी शिक्षा न्यास कृषि विज्ञान केन्द्र चानपुरा के अध्यक्ष सराहनीय कार्य कर रहे हैं। अध्यक्षीय भाषण में सांसद हुक्मदेव नारायण यादव ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की किसानों को उत्थान व विकास खुशहाल बनाने के क्षेत्र में व्यापक कार्य योजना के तहत कार्य कर रही है। मधुबनी के जिलाधिकरी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन कर डा. एसके चौधरी ने जो कार्य किया है उसके लिए व बधाई के पात्र हैं। कार्यक्रम में स्वागत भाषण करतें हुए एसके चौधरी शिक्षा न्यास के अध्यक्ष डा. संत कुमार चौधरी ने कहा कि आप महान देश के महान अतिथि हैं। एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा देश व विदेशों में शिक्षण व कृषि पर आधारित संस्थान चला रही है। संस्थान द्वारा बराबर सेमिनार का आयोजन किया जाता है। 11 राज्यों के वैज्ञानिक यहां आ चुके हैं। इस सेमिनार में किसान इंटरनेशनल पुस्तक का भ्ीा विमोचन किया गया। कार्यक्रम में पूसा विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रमेश चन्द्र श्रीवास्तव, अतारी पटना के निदेशक डा. एके ¨सह, यूक्रेन के वैज्ञानिक इवान, पूर्व विधायक रामाशीष यादव, हैदराबाद के वैज्ञानिक डा. पी चन्द्रशेखर, एसडीएम मुकेश रंजन, डीएसपी पुष्कर कुमार, पूर्व विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल, पूर्व विधायक रामदेव महतो, भाजपा के जिलाध्यक्ष घनश्याम ठाकुर, भाजपा नेता देवेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व प्रमुख नित्यानंद झा, उपप्रमुख अशोक कुमार चौधरी, डा. मंगलानंद मिश्र, वैज्ञानिक प्रमोद कुमार, वैज्ञानिक डा. मंगलानंद झा, राकेश ¨सह यादव, शंकर ¨सह, विष्णुकांत झा, गो¨बद झा, मो. इम्तयाज, किशोर चन्द्र झा, बचनू मंडल, रूप नारायण चौधरी, शुभचन्द्र चौधरी, मुखिया सुनीता चौधरी, राजेन्द्र कामत, पंसस संतोष चौधरी, शिक्षक नेता राकेश चौधरी, कमल कुमार झा, प्रो. मदन कुमार कर्ण, वैद्यनाथ झा, प्रवेज आलम, राजद नेता ललित ¨सह सहित कई लोगों ने विचार प्रकट किया। आगत अतिथि को डा. एसके चौधरी ने पाग-डोपटा से सम्मानित किया। जबकि कार्यक्रम के अध्यक्षता सांसद हुक्मदेव नारायण यादव ने की।

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