डीएम ने किया राजस्व कर्मचारी को बर्खास्त

By Edited By: Publish:Mon, 28 Jul 2014 07:16 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jul 2014 07:16 PM (IST)
डीएम ने किया राजस्व कर्मचारी को बर्खास्त

संवाद सहयोगी; सिंहेश्वर मधेपुरा : विभागीय कार्रवाई के संचालन के पश्चात ग्वालपाड़ा अंचल के राजस्व कर्मचारी सीताराम आजाद को डीएम द्वारा सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई राजस्व राशि जमा नहीं करने, राजस्व रसीद गायब करने, अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने समेत 14 आरोपों की जांच के बाद की गयी। डीएम द्वारा 29 अगस्त 2013 को कर्मचारी के विरुद्ध प्रपत्र;क गठित करने का आदेश दिया था। जिसका संचालन पदाधिकारी उदाकिशुनगंज के एसडीओ को एवं ग्वालपाड़ा के सीओ को उपस्थापन पदाधिकारी बनाया गया था। डीएम गोपाल मीणा ने राजस्व कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त करने वाले पात्र में कहा है कि भविष्य में इन्हे पेंशन ग्रेच्युटी एवं अन्य सेवात लाभ नहीं मिलेगा। वहीं किसी भी सरकारी नियोजन के लिए भी अयोग्य घोषित किया गया है।

क्या था आरोप ?

राजस्व कर्मचारी के विरुद्ध ग्वालपाड़ा प्रखंड के हल्का नंबर एक से लेकर तीन तक के वित्तीय वर्ष 2009 .10 एवं 2010 .11 में वसूली गयी। लगान की 91 हजार 800 रुपया की राशि अंचल नजारत में जमा नहीं कराये जाने का आरोप था। इसके अलावे कई लगान रसीद भी गायब रहने की लिखित सूचना सीआई द्वारा दी गयी थी।

दूसरे व्यक्ति के नाम से चली आ रही जमाबंदी को बिना किसी आदेश के किसी और के नाम पर जमाबंदी कायम कर रशीद काट देने का भी आरोप इन पर था। शमशीर आलम एवं वसीम अकरम द्वारा एक आवेदन देकर इसकी जांच कराये जाने की माग की गयी थी। सीआई ग्वालपाड़ा द्वारा जब जाँच करायी गयी तो यह आरोप भी सही पाया गया। इस मामले के बाद वहा के सीओ ने इनका स्थानातरण किसी अन्य अंचल करने को कहा था।

इसके अलावे कोशी त्रासदी में खेतों में जमा बालू गढ्डा हटाने के लिए गलत सूची बनाकर दबाब देकर हस्ताक्षर कराने का आरोप शाहपुर पंचायत के मुखिया ने लगाया था। इस संदर्भ में वरीय पदाधिकारी द्वारा मागी गयी स्पष्टीकरण का जबाब नहीं दिया गया था।

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