Holi 2023: होली में लखीसराय का रंग-गुलाल झारखंड और बंगाल में मचाएगा धमाल, इन खासियतों के कारण है लोकप्रिय

लखीसराय शहर में रंग-गुलाल और सिंदूर की पांच फैक्ट्रियां संचालित हैं। होली को लेकर दिनरात इन फैक्ट्रियों में रंग-गुलाल का निर्माण किया जा रहा है। यहां से बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में रंग-गुलाल की आपूर्ति की जा रही है।

By Mukesh KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Mar 2023 11:41 PM (IST) Updated:Thu, 02 Mar 2023 11:41 PM (IST)
Holi 2023: होली में लखीसराय का रंग-गुलाल झारखंड और बंगाल में मचाएगा धमाल, इन खासियतों के कारण है लोकप्रिय
Holi 2023: लखीसराय का रंग-गुलाल झारखंड और बंगाल में मचाएगा धमाल

मुकेश कुमार, लखीसराय। बिहार के लखीसराय का रंग-गुलाल देश के कई राज्यों में प्रसिद्ध है। खासकर होली पर्व में रंग-गुलाल की मांग बिहार, झारखंड व बंगाल में काफी बढ़ जाती है।

लखीसराय शहर में रंग-गुलाल और सिंदूर की पांच फैक्ट्रियां संचालित हैं। होली को लेकर दिनरात इन फैक्ट्रियों में रंग-गुलाल का निर्माण किया जा रहा है।

यहां से बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में रंग-गुलाल की आपूर्ति की जा रही है। एक अनुमान के अनुसार प्रत्येक दिन 25 से 30 टन अबीर-गुलाल तैयार किया जाता है।

अब तक 500 टन के करीब गुलाल दूसरे राज्यों में भेजा जा चुका है। कारोबारियों को इस होली में पांच से सात करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है। साथ ही करीब 200 मजदूरों को रोजगार भी मिला हुआ है।

बंगाल स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारापीठ, झारखंड का रजरप्पा मंदिर, देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर, असम स्थित कामाख्या मंदिर सहित बिहार के विभिन्न जिलों में रंग-गुलाल और सिंदूर का काफी मांग है।

होली के बाद इन फैक्ट्रियों में सिंदूर का निर्माण होता है। इसकी मांग सालभर होती है। होली में शुद्ध अरारोट से तैयार गुलाल की खुशबू बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में अपनी महक से होली पर्व को रंगीन बनाती है।

लखीसराय शहर में जगदंबा केमिकल्स, ड्रोलिया रंग एंड सिंदूर फैक्ट्री, ड्रोलिया सिंदूर एंड प्रोडक्ट, नटराज केमिकल्स व शिव कुमार एंड कंपनी सिंदूर व गुलाल निर्माण से जुड़ी हुई हैं।

जगदंबा केमिकल्स के प्रोपराइटर अतुल कुमार बताते हैं कि रंग-गुलाल और सिंदूर उत्पादन में लखीसराय की देश में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान है।

वसंत पंचमी से पूर्व ही रंग-गुलाल के कारोबार में तेजी आती है। इस बार भी होली में अच्छा कारोबार हुआ है। रंग-गुलाल की खेप डिमांड के अनुसार बिहार के अलावा झारखंड, असम और बंगाल में भेजी गई है।

पूरी शुद्धता और गुणवत्ता के साथ रंग-गुलाल तैयार किया जाता है। इसलिए यहां का गुलाल, रंग और सिंदूर पूरे देश में लोकप्रिय है।

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