शक्ति स्वरूप मानकर की गई बालिका पूजन

किशनगंज। मां काली को शक्ति का रूप मानकर पूजा की जाती है। समाज में महिलाओं को शक्ति के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 12:13 AM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 12:13 AM (IST)
शक्ति स्वरूप मानकर की गई बालिका पूजन
शक्ति स्वरूप मानकर की गई बालिका पूजन

किशनगंज। मां काली को शक्ति का रूप मानकर पूजा की जाती है। समाज में महिलाओं को शक्ति के रूप में ही देखा जाता है। इसके लिए जरूरी है कि बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। बुधवार को दीपावली के दिन संध्या बेला शक्ति स्वरूप बालिका पूजन की गई। इस क्रम में सबसे पहले बालिकाओं का श्रृंगार किया गया। इसके बाद उन्हें पीड़ी पर बिठाकर पूजा की गई। मां सहित परिवार के सभी सदस्यों ने बालिका को धान-दुबरी लेकर चुमाए।

पंडित उमाकांत ने बताया कि भारतीय संस्कृति में पुत्री को शक्ति के रूप में देखा जाता है। परिवार में सुख, शांति और समृद्धि का वास तभी होता है। जब बालिकाओं को समुचित मान सम्मान दिया जाए। मां दुर्गा और मां काली की शक्ति का अंश बालिकाओं में होती है। इस वजह से जरूरी हो जाता है कि परिवार के सभी सदस्य बालिकाओं को दीपावली के दिन अवश्य चुमाएं। शहरी क्षेत्र के सभी घरों में बालिकाओं को पूजने के बाद मिठाई, पटाखा और नए कपड़े दिए गए। इसके बाद दीपावली पर्व शुरू हुआ। घर की बेटियां भी परिवार के सदस्यों के साथ पटाखे चलाए और खुशियां मनाई।

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