इको स्मार्ट स्टेशनों की सूची में कटिहार शामिल

किशनगंज। इको स्मार्ट स्टेशनों की सूची में कटिहार को शामिल किया गया है। वहीं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Jun 2019 01:41 AM (IST) Updated:Fri, 14 Jun 2019 06:35 AM (IST)
इको स्मार्ट स्टेशनों की सूची में कटिहार शामिल
इको स्मार्ट स्टेशनों की सूची में कटिहार शामिल

किशनगंज। इको स्मार्ट स्टेशनों की सूची में कटिहार को शामिल किया गया है। वहीं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा इको स्टेशन के तौर पर गुवाहाटी स्टेशन को आइएसओ प्रमाण पत्र दिया गया है। इन दोनों स्टेशनों के बाद अब अगले फेज में नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के द्वारा किशनगंज और एनजेपी को इको स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है।

दरअसल नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के पालन के लिए रेलवे ने पांच फीसदी स्टेशनों का चयन किया है। जिनमें नार्थ फ्रंटियर रेलवे के अधीन आने वाली गुवाहाटी और कटिहार स्टेशन भी शामिल है। जबकि दूसरे चरण में किशनगंज और एनजेपी को शामिल किया जाएगा। इसके लिए एन एफ रेलवे के द्वारा डाटा और एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। इन्हें बीआइएस द्वारा निर्धारित पर्यावरण मानक आइएसओ 14001 का सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। हालांकि गुवाहाटी स्टेशन को यह सर्टिफिकेट प्राप्त हो गया है और कटिहार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

एनएफ रेलवे के सीपीआरओ प्रणव ज्योति शर्मा ने बताया कि एनएफ रेलवे के अधीन आनेवाली 720 स्टेशनों में से गुवाहाटी और कटिहार का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि स्टेशन परिसर की स्वच्छता, रखरखाव,ठोस अपशिष्टों के निपटारा, पेट बोतल श्रेडर, गंदगी रोकने के उपाय,जल प्रबंधन, पटरियों की साफ सफाई, उर्जा प्रबंधन, हरियाली, पौधरोपण, परिसर को अतिक्रमण मुक्त करने के साथ साथ यात्रियों की शिकयतों और सुझावों पर पालन किया जा रहा है।स्टेशन परिसर में प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।साथ ही नियमित अंतराल पर जल और उर्जा प्रबंधन की जांच की जा रही है।उन्होंने बताया कि स्टेशन परिसर को गंदा करनेवालों से भी कड़ाई से निपटा जा रहा है और गंदगी फैलाने वालों से पांच हजार तक जुर्माना वसूला जा रहा है।सीपीआरओ ने बताया कि प्लेटफार्म और वैगनों की धुलाई से निकलने वाले गंदे जल को भूजल में प्रवेश करने से रोकने के लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं। इस जल का उपयोग सिचाई और धुलाई में किया जा रहा है। जबकि यात्रियों की शिकायतों के निपटारे के लिए प्रमुख स्टेशनों का निजी बेवसाइट तैयार किया जा रहा है। साथ ही प्लास्टिक अपशिष्ट के निपटारे के लिए स्थानीय निकायों का सहयोग लिया जा रहा है। क्त्रद्गश्चद्य4स्नश्रह्म2ड्डह्मस्त्र

chat bot
आपका साथी