मानसून दे रहा धोखा, पिछड़ रही धान की खेती

किशनगंज। मानसून की बेरूखी से किसान हताश हैं। जरूरत के मुताबिक बारिश नहीं होने से अब ध

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Jul 2018 08:17 PM (IST) Updated:Tue, 17 Jul 2018 08:17 PM (IST)
मानसून दे रहा धोखा, पिछड़ रही धान की खेती
मानसून दे रहा धोखा, पिछड़ रही धान की खेती

किशनगंज। मानसून की बेरूखी से किसान हताश हैं। जरूरत के मुताबिक बारिश नहीं होने से अब धान की खेती में किसान पिछड़ने लगे हैं। किसानों का कहना है कि अभी धान की रोपनी का सही समय चल रहा है। बारिश नहीं होने से हमलोग असहाय होकर एक तरफ आसमान की ओर ताकते रहते हैं दूसरी तरफ खेत में बिचड़ा भी सूख रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त किसान फैजूर रहमान उर्फ मुकर्रम बताते हैं कि अगर सही समय पर खेतों में रोपनी नहीं की गई तो खेती के पिछड़ने के साथ साथ उत्पादन में भी कमी आएगी। बरसात न होने से किसान ¨चतित हैं। यही हाल रहा तो पानी की कमी से रोपे गए धान के पौधे भी मुरझा जाएगा। मंजूर आलम, सईदुल रहमान, बाबूल रशीद, धनश्याम, बजारू लाल समेत अन्य किसानों का कहना है कि यहां के किसानों को खरीफ फसल खासकर धान की खेती के लिए बारिश पर ही निर्भर रहना पड़ता है। समय पर बारिश हो गई तो खेतीबाीर की स्थिति ठीक रहती है अन्यथा किसानी चौपट। सरकार की ओर से खेतों की ¨सचाई को लेकर कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है। क्षेत्र में लगे स्टेट बो¨रग भी बंद पड़ा हुआ है।

कोट

क्षेत्र में अब तक चालीस प्रतिशत से अधिक खेती हो चुकी है। सरकार किसानों को खेतों की ¨सचाई के लिए डीजल अनुदान दे रही है। किसान ऑनलाइन अथवा पंचायत कृषि सलाहकार के पास आवेदन देकर इसका लाभ ले सकते हैं।

तपेश्वर प्रसाद मांझी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी कोचाधामन।

कोट

सरकार हर खेत तक पानी पहुंचाने को लेकर प्रतिबद्ध है। एक अभियान के तहत सरकार की ओर से इच्छुक किसानों को उनके द्वारा आवेदन करने पर ¨सचाई के लिए बिजली व मोटर उपलब्ध करा रही है। अब तक क्षेत्र के कई किसान इसका लाभ भी ले चुके हैं।

मुजाहिद आलम, विधायक कोचाधामन।

chat bot
आपका साथी