जिले में ई-टेलीमेडिसीन सेवा के लिए बनाए गए 11 हब और 230 स्पोक्स

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को जिले के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं मिल रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अब ससमय बेहतर व विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Apr 2022 07:33 PM (IST) Updated:Sat, 16 Apr 2022 07:33 PM (IST)
जिले में ई-टेलीमेडिसीन सेवा के लिए बनाए गए 11 हब और 230 स्पोक्स
जिले में ई-टेलीमेडिसीन सेवा के लिए बनाए गए 11 हब और 230 स्पोक्स

संवाद सहयोगी, किशनगंज : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को जिले के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं मिल रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अब ससमय बेहतर व विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। यह बातें शनिवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने कही।

उन्होंने बताया कि इसी क्रम में आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 16 अप्रैल को सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन सेवा प्रदान की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को सु²ढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों को को सीधे तौर पर इसका लाभ देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेलीमेडिसीन कंसल्टेशन की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य सेवा को सशक्त एवं मजबूत बनाया जा रहा है। जिससे लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ई-टेलीमेडिसीन द्वारा अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप ज्यादा से ज्यादा लोगो को इसका लाभ पहुंचाया जाना है। इसके लिए मरीज को अपने निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एएनएम के पास काल किया गया। उसके बाद बीमार मरीज से बातचीत के आधार पर मिली समस्या को एएनएम द्वारा चिकित्सकों के पास भेजा गया। जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को सलाह दी गयी।

वहीं जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया की टेलीमेडिसिन स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की एक उभरती हुई टेक्नोलाजी है। जो चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ को इनफार्मेशन टेक्नोलाजी का उपयोग करते हुए कुछ दूरी पर बैठे रोगी की जांच और उपचार करने में मदद करता है। जिले में 11 हब और 230 स्पोक्स बनाए गए हैं। जिसमें मरीजों को वीडियो काल के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दिए जा रहे हैं। साथ हीं आनलाइन प्रिसक्रिप्शन भी लिखा जाता है। जिले में लगभग 500 मरीजों को सेवा का लाभ दिया गया है।

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