बागमती स्थिर, कोसी घटी, लेकिन खतरे के निशान से बह रही ऊपर

खगड़िया के संतोष स्लूस के पास बागमती स्थिर है। कोसी के जलस्तर में मामूली कमी आई है। बीते 24 घंटे के दौरान कोसी के जलस्तर में मात्र पांच सेमी की कमी दर्ज की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jul 2022 06:34 PM (IST) Updated:Sat, 02 Jul 2022 06:34 PM (IST)
बागमती स्थिर, कोसी घटी, लेकिन खतरे के निशान से बह रही ऊपर
बागमती स्थिर, कोसी घटी, लेकिन खतरे के निशान से बह रही ऊपर

जागरण संवाददाता, खगड़िया : खगड़िया के संतोष स्लूस के पास बागमती स्थिर है। कोसी के जलस्तर में मामूली कमी आई है। बीते 24 घंटे के दौरान कोसी के जलस्तर में मात्र पांच सेमी की कमी दर्ज की गई है। कोसी की टेंडेंसी घटने की बताई गई है। लेकिन दोनों नदी खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दूसरी ओर हायाघाट में बागमती बढ़ रही है। लेकिन यहां खतरे के निशान से नीचे है। 24 घंटे में बागमती के जलस्तर में यहां एक मीटर 22 सेमी की बढ़ोत्तरी हुई है। कोसी सुपौल के बसुआ में खतरे के निशान से ऊपर है, लेकिन टेंडेंसी घटने की है। बीते 24 घंटे में यहां कोसी के जलस्तर में 47 सेमी की कमी आई है। जबकि कुरसेला में कोसी बढ़ रही है, लेकिन खतरे के निशान से नीचे है। बीते 24 घंटे में यहां जलस्तर में 51 सेमी की वृद्धि हुई है। खगड़िया में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है। बीते 24 घंटे के दौरान जलस्तर में सात सेमी की बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन अभी खतरे के निशान से पांच मीटर 59 सेमी नीचे है। टेंडेंसी राइजिग बताई गई है। छह दिनों के बाद स्थिर हुई है बागमती

बागमती के जलस्तर में खगड़िया के संतोष स्लूस के पास 26 जून से लगातार बढ़ोत्तरी जारी थी। एक जुलाई की शाम से बागमती स्थिर हुई है। एक जुलाई की सुबह बागमती बढ़ ही रही थी। दो जुलाई को बागमती संतोष स्लूस के पास खतरे के निशान से 63 सेमी ऊपर थी। इसलिए अभी राहत की बात नहीं है। बागमती उफान पर है। 26 जून के बाद दर्ज की गई कमी

बीते 24 घंटे में कोसी के जलस्तर में मामूली कमी आई है। नदी अभी भी उफान पर है। कोसी के जलस्तर में भी 26 जून के बाद दो जुलाई को मामूली कमी दर्ज की गई है। कोसी चोढ़ली जमींदारी बांध के 12-13 किलोमीटर बारुण स्थल पर दबाव बनाई हुई है। यहां दिनोंदिन बांध और नदी की दूरी कम होती जा रही है। कोसी तीव्र कटाव कर रही है। हालांकि युद्धस्तर पर बारुण में फ्लड फाइटिग कार्य जारी है। सोनमनकी गाइड बांध और इटवा स्लूस का लिया जायजा

बागमती पर बने केबी तटबंध के सोनमनकी गाइड बांध और इटवा स्लूस का जायजा लेने के बाद बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगड़िया के एसडीओ पवन कुमार ने बताया कि एक जुलाई की शाम से बागमती स्थिर हुई है। नदी का बढ़ना रुका हुआ है। लेकिन नदी है, कब तक स्थिर रहेगी, कहना मुश्किल है। केबी तटबंध के सोनमनकी ढाला के पास 15 हजार, इटवा स्लूस के पास 10 हजार और सोनमनकी गाइड बांध के पास पांच हजार बालू भरे बोरे का स्टाक कर रखा गया है। ताकि किसी भी स्थिति से मुकाबला किया जा सके। दो जुलाई को कोसी का डिस्चार्ज

वीरपुर बराज

सुबह छह बजे: एक लाख 14 हजार 310 क्यूसेक

सुबह आठ बजे: एक लाख 24 हजार 250 क्यूसेक बराह क्षेत्र

सुबह छह बजे: 96 हजार 125 क्यूसेक

सुबह आठ बजे: 99 हजार 500 क्यूसेक कोट

नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। सभी बांध-तटबंध सेफ है। घबराने की कोई बात नहीं है।

गणेश प्रसाद सिंह, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगड़िया

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