पंचायत चुनाव के प्रचार में इंटरनेट मीडिया की धमक

कटिहार। कुरसेला प्रखंड के पांच पंचायतों के लिए होने वाले चुनाव में महज गिनती के हिसाब से दिन बचे हैं। छठे दिन यानि 29 सितंबर को यहां मतदान होना है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 12:31 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 12:31 AM (IST)
पंचायत चुनाव के प्रचार में  इंटरनेट मीडिया की धमक
पंचायत चुनाव के प्रचार में इंटरनेट मीडिया की धमक

कटिहार। कुरसेला प्रखंड के पांच पंचायतों के लिए होने वाले चुनाव में महज गिनती के हिसाब से दिन बचे हैं। छठे दिन यानि 29 सितंबर को यहां मतदान होना है। जैसे-जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है, राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। गांव के चौपाल, दलान तथा खेत-खलिहान के बहियारों में चुनाव की चर्चा और प्रत्याशी के जीत-हार का आकलन हो रहा है। चुनावी चर्चा में गांव के विकास पर चर्चा हो रही है तो समस्याओं पर भी मंथन हो रहा है। प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी जीत के लिए किसी न किसी तरह मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रत्याशी गांवों में अपनी जीत का दावा करते हुए मतदाताओं से रिश्तेदारी की दुहाई, अमीरी- गरीबी, ऊंच-नीच तथा जातीय समीकरण को साधने में लगे हुए हैं। लेकिन पंचायत चुनाव मे सभी प्रत्याशी स्थानीय होने के कारण मतदाता भी चुप्पी साधे हुए हैं। बावजूद प्रत्याशी अपनी जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते और अपनी जीत का डंका बजा रहे हैं।

प्रचार में लग रहे लोक-लुभावन नारे

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राजनीति में हो बदलाव, विकास, शांति, सुरक्षा के साथ सर्व धर्म समभाव कायम रहे। समृद्ध गांव बने, युवाओं को रोजगार मिले। इस तरह के लुभावने व संकल्प को व्यक्त करते जोशीले नारों से पंचायत चुनाव का प्रचार चल रहा है। इसी बहाने मतदाताओं को प्यार की झप्पी और डर की भभकी भी दी जा रही है। पंचायत चुनाव का रंग धीरे-धीरे गांवों पर चढ़ रहा है। सबको जल्दी से जल्दी सामग्री छपवाकर गली-चौराहों पर लगा देने की बेचैनी है। प्रत्याशी दिन व रात का अंतर भूल गए हैं। हर वक्त मैदान में डटे रहते हैं। प्रचार करने के नए-नए तरीके भी इस बार देखने को मिल रहे हैं। मतदान की तिथि नजदीक आते ही चुनाव प्रचार की रफ्तार में तेजी है। उम्मीदवार एक से बढ़कर एक स्लोगन दे रहे हैं। कुछ ने तो शेर-ओ-शायरी का भी सहारा लिया है। विशेष कर जिला पार्षद के प्रत्याशी पांच पंचायतो मे वोट पक्की करने के लिए जोर-शोर से लगे हुए हैं। मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य अपने-अपने पंचायतों में मतदाताओ को गोलबंद कर रहे है। वार्ड तथा पंच के प्रत्याशी वार्डो में मतदाताओं को अपने पक्ष मे करने के लिए गोलबंदी में लगे हुए हैं। प्रत्याशी मतदाताओ के समक्ष बेदाग, स्वच्छ छवि के साथ सच्चे सेवक के रूप में अपने को प्रस्तुत कर रहे हैं। चुनाव निशान के साथ समर्थक अलग अंदाज में प्रचार कर रहे हैं। पंचायत चुनाव को लेकर युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस वर्ष का पंचायत चुनाव हाइटेक होता जा रहा है। प्रत्याशी तथा समर्थक इंटरनेट मीडिया पर जम कर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इस वर्ष पंचायत चुनाव का रंग इंटरनेट मीडिया पर साफ देखा जा रहा है।

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