कैमूर में लोगों को किया गया सतर्क, जिले में शीघ्र चलेगा मास्क जांच अभियान

कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका से सरकार से लेकर प्रशासन चितित नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 11:03 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 11:03 PM (IST)
कैमूर में लोगों को किया गया सतर्क, जिले में शीघ्र चलेगा मास्क जांच अभियान
कैमूर में लोगों को किया गया सतर्क, जिले में शीघ्र चलेगा मास्क जांच अभियान

कैमूर। कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका से सरकार से लेकर प्रशासन चितित नजर आ रहा है। लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कुछ माह लॉकडाउन रहा। इस प्रयास से कोरोना संक्रमण पर हद तक काबू पाया जा सका। लेकिन अब अनलॉक के बाद लोगों की लापरवाही बढ़ गई है। हालांकि पुन: प्रशासन लोगों को कोरोना से बचाने के लिए सक्रिय हुआ है। मंगलवार को नगर परिषद भभुआ की टीम द्वारा घोषणा कर लेागों को सतर्क कर दिया गया। ताकि लोग घर से निकले तो मास्क का प्रयोग करें और जहां रहे वहां सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन करें। अन्यथा जांच के दौरान बिना मास्क के पकड़े जाने पर जुर्माना के साथ दंडित भी किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों सरकार के मुख्य सचिव ने वीसी कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इस निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन पहले लोगों को सतर्क करा रहा है। एक-दो दिन के अंदर जिले के सभी प्रखंडों में मास्क की जांच को अभियान चलेगा। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर भी जांच की जाएगी कि वहां लोग सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं। बता दें कि कैमूर जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना बनी हुई है। क्योंकि किसी भी स्थान पर कोरोना से बचाव के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। अब न लोग मास्क लगा रहे हैं और न ही सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिग तो लोगों के लिए पुरानी बात हो गई है। कोरोना संक्रमण बढ़ाने में भी कुछ लोग लगे हुए हैं। इसमें दुकानदार, कोचिग संचालक सबसे आगे हैं। दुकानदार न स्वयं मास्क पहन रहे हैं और न ही ग्राहकों को पहनने के लिए कह रहे हैं। किसी दुकान पर न गोला बनाया गया है और न ही सैनिटाइजर रखा गया है। कोचिग संचालक सुबह से लेकर देर रात तक कोचिग चला रहे हैं। जिसमें बिना मास्क के व सोशल डिस्टेंसिग के एक साथ सौ-सौ बच्चे पठन-पाठन कर रहे हैं। कोचिग से निकलते हैं तो एक साथ दस कोचिग संस्थान के लगभग एक हजार बच्चों से सड़क जाम हो जा रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण को रोकना प्रशासन के लिए चुनौती से कम नहीं।

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