जीबी कॉलेज में कविताओं के रस से सराबोर हुई महफिल

रंगी सिंह की 21 वीं पुण्यतिथि पर हुआ कार्यक्रम संवाद सूत्र रामगढ़ स्थानीय ग्राम भारती महाविद्यालय के भूमि दाता रहे स्व. रंगबहादुर उर्फ रंगी सिंह की पुण्य तिथि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 05:48 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 05:48 PM (IST)
जीबी कॉलेज में कविताओं के रस से सराबोर हुई महफिल
जीबी कॉलेज में कविताओं के रस से सराबोर हुई महफिल

स्थानीय ग्राम भारती महाविद्यालय के भूमि दाता रहे स्व. रंगबहादुर उर्फ रंगी सिंह की पुण्य तिथि शुक्रवार को मनाई गई। इस अवसर आयोजकों द्वारा कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था। जीबी कॉलेज के परिसर में आयोजित कवि सम्मेलन में प्रतिकूल मौसम के बाद भी लोग डटे रहे तथा कवियों के काव्य रस से सराबोर होकर ठंड में गर्मी का एहसास किए। यूपी बिहार के कई नामचीन कवियों ने काव्य रस की पाठशाला में लोगों को हंसा कर लोटपोट कर दिया। भोजपुरी की कविता लोगों को खुब भाई। कविता के माध्यम से कवियों ने भोजपुरी को भाषा बताया तथा कहा कि हमारे देश की यह एक विडंबना है कि बारह देशों में हमारी भाषा के रूप में जानने वाली भोजपुरी आज हमारे ही देश में बोली बनकर रह गई है। इस दौरान भोजपुरी चालीसा का भी पाठ हुआ। अध्यक्षता कवि सरोज पंकज व संचालन बिनोद मिश्र कैमूरी ने किया। इस दौरान कवि रहमुल्ला, शिवशंकर उपाध्याय आदि कवियों ने भी काव्य पाठ पढ़ा। इसके पूर्व कर्मकांडी विद्वान आचार्य डॉ पुंडरीक शास्त्री द्वारा भागवत कथा का भी रसपान कराया गया। इस दौरान डॉ. प्रो अवधबिहारी सिंह, अभय सिंह, शिवकुमार सिंह सहित कई ने स्व. रंगी सिंह के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को सराहा।

chat bot
आपका साथी