Bihar Crime: कैमूर में कलास रूम से छात्रा के अपहरण से सनसनी, सीसीटीवी से मिला बड़ा क्लू
Kaimur Crime बिहार के कैमूर में क्लासरूम से ही छात्रा का अपहरण कर लिया गया है। इस वारदात से पुलिस भी सन्न है। सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस को एक क्लू मिला है। दावा है कि जल्द से जल्द छात्रा को बरामद कर लिया जाएगा।
संवाद सूत्र, रामगढ़ (कैमूर)। कैमूर जिले के रामगढ़ बाजार स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय से चार वर्ष की एक छात्रा का अपहरण कर लिया गया। गुरुवार को वर्ग शुरू होने के पहले कक्षा से छात्रा के अपहरण की घटना से विद्यालय प्रबंधन से लेकर पुलिस तक सकते में है।
सीसीटीवी में दिखा एक संदिग्ध
घटना गुरुवार की सुबह की बताई जाती है। छात्रा रामगढ़ के लकड़ी व्यवसायी नंदु सिंह की पुत्री गोल्डी कुमारी है। वह नर्सरी (अरुण वर्ग) की छात्रा बताई जाती है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति बच्ची का हाथ पकड़कर मोबाइल से बात करते हुए विद्यालय से निकलता दिखाई दे रहा है। पुलिस उसकी पहचान की कोशिश कर रही है। छात्रा का बैग वर्ग कक्ष में उसकी सीट पर पड़ा मिला है। पुलिस ने अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
हर एंगल से जांच कर रही पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही एसपी राकेश कुमार, डीएसपी फैज अहमद, थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव दल-बल के साथ विद्यालय पहुंचे। जांच के क्रम में नर्सरी के सभी बच्चों से गोल्डी के बारे में जानकारी ली, सबने कहा कि वह कक्षा में आई थी। वर्ग शिक्षक से लेकर विद्यालय के प्रधानाचार्य व प्रबंधन के अलावा सभी शिक्षकों से पूछताछ की गई। बच्ची के पिता नंदू सिंह व माता रागिनी कुमारी से भी उनकी किसी से दुश्मनी या किसी पर संदेह के बारे में पूछा गया।
क्लास में मिला बच्ची का बैग
एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस गायब बच्ची तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जल्द ही बरामद कर ली जाएगी। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। छात्रा के पिता नंदू सिंह का मकान थाना से कुछ ही दूरी पर दक्षिण में है। नंदू सिंह के पिता मोहन सिंह के नाम से उनकी लकड़ी की दुकान है। गोल्डी स्कूल वाहन से सहपाठियों के साथ सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय पहुंची थी। पहली खेप में वाहन चालक विद्यार्थियों को स्कूल में छोड़कर दूसरी खेप में छात्र-छात्राओं को लाने निकल गया। बच्ची अपने वर्ग कक्ष में पहुंच गई थी। लेकिन, उपस्थिति के लिए वर्ग शिक्षक के नाम पुकारने के समय वह अनुपस्थित मिली। जबकि उसका बैग कक्षा में उसकी सीट पर पड़ा था। इसके बाद वर्ग शिक्षक ने प्रधानाध्यापक को सूचना दी गई। इसके बाद अभिभावक व पुलिस को खबर की गई।