कामयाब होगी आशा की मुस्कुराहट
कैमूर । पोषक क्षेत्रों में बतौर महिला कार्यकर्ता पहचान बनायी आशा अब समुदाय में प्रोफेशनल क
कैमूर । पोषक क्षेत्रों में बतौर महिला कार्यकर्ता पहचान बनायी आशा अब समुदाय में प्रोफेशनल की तरह व्यवहार करेंगी। अधिकृत सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) के चेहरे पर तो मुस्कुराहट होगी ही साथ ही मुस्कुराहट शब्द के छह सार्थक खंड इनके व्यक्तित्व में भी चार चांद लगायेंगे। ग्रामीण इलाकों में अब तक जैसे तैसे कार्य करने वाली आशा कार्यकर्ताओं के बदले व्यवहार से समुदाय में महिलाओं के साथ स्वस्थ संवाद स्थापित हो सकेगा। इसमें से कार्यकर्ता समुदाय में माताओं से बेझिझक बातचीत कर स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकेंगी और इस क्षेत्र में बेहतर कार्य कर अपनी भी कामयाबी साबित कर सकेगी।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक वर्ष 2005 से एनआरएचएम के गठन के बाद आम सभा कर चयनित की गई डाक्टर, डिजीज एवं समुदाय के बीच कड़ी के रूप में कार्य करने वाली आशा कार्यकताओं को कई तरह के प्रशिक्षण दिये गये। लेकिन कार्यकर्ताओं के व्यवहार परिवर्तन का प्रशिक्षण दिये जाने की पहल पहली बार हुई है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुस्कुराहट पर विशेष फोकस होगा। मुस्कुराहट शब्द के छह खंड सारगर्भित विशेषता लिये होंगे। इनमें समुदाय के साथ कार्यकर्ता के संवाद के तौर तरीकों के कायदे निहित है। बताया गया कि कार्यकर्ता समुदाय में संवाद स्थापित करने के पूर्व मुस्कुराहट के साथ अभिवादन करेंगी। फिर सवाल के साथ हालचाल व समुदाय की समस्या जानने का प्रयास करेंगी। कुशल स्वस्थ व्यवहार के लिए पर्याप्त जानकारियों का आदान प्रदान करेंगी। समस्या पर राय बनाने के लिए मदद करेंगी। तथा माता को फैसला लेने में भी सक्षम बनायेंगी। सामान्य ग्रस्त माता के हाल सुधारने पर चर्चा करेंगी और अंत में टिकाऊ और सरल संबंधों के साथ विदा लेगी।
कहते हैं पदाधिकारी - पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. प्रमोद कुमार कहते हैं कि समुदाय में बेहतर उत्प्रेरण कार्य के लिए प्रखंड में कार्यरत प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक प्रशिक्षण ले चुके हैं। इसी तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर सभी आशा कार्यकर्ताओं करे कुशल व्यवहार में पारंगत किया जायेगा।